शिवपुरी। शिवपुरी जिले के बैराड के कालामढ की रहने वाली काव्या धाकड और उसके बॉयफ्रेंड को इंदौर से बरामद कर लिया है। काव्या को पिछले 15 दिनो से 2 राज्यों की पुलिस तलाश कर रही थी,काव्या दो दिन पूर्व ही इंदौर वापस लौटी थी। जब इंदौर में इंदौर पुलिस काव्या और उसके बॉयफ्रेंड की तलाश में जगह जगह भटक रही थी,उस समय काव्या अमृतसर चली गई थी,लेकिन आर्थिक तंगी के कारण उसे वापस इंदौर आना पडा।
जैसा कि विदित है कि काव्या धाकड उम्र 22 साल निवासी कालामढ बैराड के परिजन ने उसे नीट की तैयारी करने कोटा भेजा था। काव्या के पिता रघुवीर धाकड़ को 18 मार्च की दोपहर 3 बजे मोबाइल पर बेटी की किडनैपिंग का मैसेज आया था। बेटी के हाथ-पैर और मुंह बंधी फोटो भी भेजी गईं। कुछ फोटो में काव्या के चेहरे पर खून भी नजर आ रहा था। उसे जिंदा छोड़ने के एवज में 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई थी। मैसेज भेजने वाले ने बैंक खाते की डिटेल भी भेजी थी। रघुवीर ने इसकी शिकायत स्थानीय पुलिस से की। जहां से मामला कोटा पुलिस को भेजा गया था। कोटा पुलिस को तहकीकात के दौरान पता चला कि अपहरण की कहानी झूठी है।
आर्थिक तंगी के कारण इंदौर लौटी काव्या
एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि इस फर्जी अपहरण कांड में जब इंदौर का नाम आया था, तब वहां की पुलिस इंदौर आई थी। जब कोटा पुलिस लड़की की तलाश में इंदौर आई थी तब वह अपने दोस्त हर्षित के साथ अमृतसर गोल्डन टेंपल चली गई थी। उनके पास रुपये कम थे, इसलिए वे वहां के गुरुद्वारे में ही रहे। दो दिन पहले ही वे इंदौर आए थे।
इंदौर आकर वे यहां आकर गुराड़िया इलाके की शिवाजी वाटिका के पास कमरा लेकर किराए से रह रहे थे। उनके आने की खबर मुखबिर ने पुलिस को दे दी, उसके बाद इंदौर क्राइम ब्रांच ने उन्हें पकड़ लिया। इंदौर पुलिस ने कोटा पुलिस को दोनों के पकड़े जाने की सूचना दे दी है, अब कोटा पुलिस किसी भी वक्त यहां आकर उन्हें ले जा सकती है। कोटा पुलिस पर मामला दर्ज कर सकती है।
लड़की की तस्वीरें सामने आते ही राजस्थान-एमपी में मचा हड़कंप
इन तस्वीरों में काव्या बंधी हुई थी, उसके बाद उसके पिता रघुवीर से किसी ने 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी। उस वक्त काव्या कोटा की कोचिंग क्लास से नर्सिंग की पढ़ाई कर रही थी। ये तस्वीरें देख हड़कंप मच गया, चूंकि, मामला लड़की का था तो मध्य प्रदेश और राजस्थान के डीजीपी, दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया तक मामला पहुंच गया। सब इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई चाहने लगे।
काव्या के पिता ने बेची थी आधा करोड़ की जमीन
काव्या को पता था कि उसके पिता की जमीन शिवपुरी में 54 लाख रुपये की बिकी थी. ये रकम दो हिस्सों में आनी थी. उसे पता था कि बचे हुए 27 लाख रुपये जल्द पिता को मिलने वाले हैं. इसलिए उसने पहले ही अपने अपहरण की फिरौती की कीमत 30 लाख रुपये रखी, वह ये रुपये लेकर विदेश भाग जाना चाहती थी।