शिवपुरी। शिवपुरी को नगर निगम बनाने की घोषणा हो चुकी है उसका खाका भी तैयार हो चुका है संभवत:अब नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव नहीं होगा बल्कि नगर निगम के मेयर का चुनाव होगा। नगर निगम बनाने का खाका तैयार हो चुका है,इस प्लान पर आज मीडिया से बातचीत करते हुए शिवपुरी विधायक देवेन्द्र जैन ने कहा कि नगर निगम का जो प्रस्तावित प्लान है उसमे शहर का विकास संभव नहीं है।
विधायक देवेन्द्र जैन ने कहा कि जहां तक मुझे जानकारी है नगर निगम के लिए शिवपुरी के क्षेत्रफल के लिए जो विस्तार किया है उसमें माधव नेशनल की सीमा को जोड़ दिया गया है उदाहरण के लिए समनवाडा को जोडा गया है,लेकिन 18वीं बटालियन के बाद सतनवाड़ा के बीच में 10 किलोमीटर का जंगल है वहां कभी भी वस्तु नहीं बस सकती है। उसकी प्रकार झांसी रोड की बात करे तो हतौद गांव को जोड़ा गया है। शहर और हतौद के बीच में भी 10 किलोमीटर का माधव नेशनल पार्क का जंगल है।
यह प्लान किस मानसिकता से तैयार किया है मुझे नहीं पता लेकिन इन दोनो को गांव को किस मानसिकता से जोडा गया है। हमे नगर निगम के नियम के हिसाब से जनसंख्या और क्षेत्रफल बढाना है तो हम पोहरी रोड,दार्रौनी रोड और पिपरसमा रोड के गांव जोड सकते है इस क्षेत्र में जंगल और वन भूमि नहीं है गांव में एक दूसरे से कनेक्ट है पर्याप्त आबादी है। विकास में वन क्षेत्र रोना नहीं बनेगा। इस नगर निगम का प्लान पुन:बनेगा।
शिवपुरी को नगर पालिक निगम का दर्जा दिलाने के लिए 11 गांवों के नाम प्रस्ताव में शामिल करने के लिए गिनाए गए हैं। जिसमें नौहरीकला, चंदनपुरा, बिनेगा, सतनवाड़ा, सतनवाड़ाखुर्द, सिंहनिवास, रातौर, बड़ागांव, रायश्री, हातौद और ककरवाया शामिल हैं।