शिवपुरी। शिक्षा हमें अपने जीवन के अर्थ, उद्देश्य, आदर्श एवं मूल्यों से परिचित करता है। यह हमारे अज्ञान को मिटाता है, अहंकार को नष्ट करता है। काम, क्रोध, लोभ, मोह, मद को नियंत्रित करने की प्रेरणा देता है। शिक्षा का उद्देश्य है हमें भौतिक, नैतिक, आध्यात्मिक, व्यावहारिक ज्ञान देकर कर्तव्य-निष्ठ बनाना, अनुशासित करना, स्वावलंबी बनाना एवं परोपकारी बनाना। स्वार्थ से ऊपर उठने में मदद कर परमार्थ की ओर प्रेरित करता है।
सभी शिक्षकों को यह संदेश है की परीक्षा का संचालन शानदार तरीके से करते हुए गोपनीयता एवं सुचिता बनाए रखें। वास्तविक शिक्षा ही परिवर्तन है। यह बात बीआरसीसी बदरवास अंगद सिंह तोमर ने मंगलवार को हाथों में इस तरह रंग लगाकर बच्चों ने कोरे कागज शासकीय प्राथमिक विद्यालय खासखेड़ा में कक्षा 5वीं की विद्यार्थियों को प्रवेश पत्र का वितरण के दौरान कही।
अंगद सिंह द्वारा परीक्षा मे उनके उत्साह के लिए उन्हें हार्ड बोर्ड तथा पेन का वितरण किया गया। परीक्षा को लेकर बच्चों में उत्साह देखा गया। बच्चों की यादों को स्कूल में संजोकर रखने के लिए एक नई गतिविधि संस्था प्रभारी गुल अफशा द्वारा कराई गई। गतिविधि में उनके हाथों की छाप को अलग- अलग रंगों से पेपर पर लगाया गया तथा उसके साथ उनके नाम को लिखाया गया जो भी उनकी याद के रूप में हमेशा विद्यालय में चस्पा रहेगा। इसे याद के रूप में कक्षा में लगाया।
शिक्षकों द्वारा कक्षा 5वीं और कक्षा 8वीं की समस्त बच्चों को जिनकी परीक्षाएं छह मार्च से प्रारंभ हो रही है, शुभकामनाएं प्रेषित की गईं।