काजल सिकरवार @ करैरा। करैरा नगर के कामाक्षा मंदिर के न्यू हेल्थ केयर डिजीटल एक्सरे एवं पैथोलॉजी लैब पर एक मरीज का बिना पैर टूटे पैर पर प्लास्टर चढ़ा दिया गया। इस कारण मरीज का पैर सूज कर सड गया। मरीज ने जब जिला अस्पताल में अपने पैर को दिखाया तो वहां एक्सरे देखकर सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों ने कहा कि पैर तो टूटा ही नहीं था।
जानकारी के अनुसार करैरा के टोडा करैरा राजा जाटव पुत्र नारायण जाटव 28 फरवरी को गांव में पैर फिसल गया था इस कारण पैर में चोट लग गई और पैर में दर्द होने लगा था। राजा जाटव के चाचा नवीन जाटव ने बताया कि हम राजा को लेकर न्यू हैल्थ केयर पर पहुंचे थे जहां एक्सरे कराया तो कहां गया की पैर की हड्डी टूटी है,वहां पर उपस्थित डॉ धर्मेन्द्र प्रजापति मिले और हमसे 2 हजार रुपए लेकर राजा के पैर में प्लास्टर चढा दिया गया। उसके 2 दिन बाद पैर मे सूजन आने लगी और पैर दर्द करने लगा।
5 मार्च को हम शिवपुरी के एमएम हॉस्पिटल लेकर गए जहां डॉक्टरों ने प्लास्टर काटकर एक्सरे किया तो बोले इसमें फ्रैक्चर ही नहीं था। नवीन जाटव ने बताया कि राजा के पैर में फफोले पड़ गए और पैर सड गया है,अब उसका 2 महीने तक इलाज चलेगा। हमने इस मामले को लेकर करैरा थाने में आवेदन दिया और शिकायत दर्ज कराई है।
इस मामले को लेकर जब न्यू हैल्थ केयर पर फोन लगाया तो हेल्थ केयर संचालक ने कहा कि हमने प्लास्टर नहीं चढ़ाया है। यहां पर यह मरीज एक्सरे कराने आया था और इस मरीज को सागर हॉस्टिल के डॉक्टर धर्मेंद्र प्रजापति ने भेजा था।
इस मामले को लेकर जब डॉक्टर धर्मेन्द्र प्रजापति से बातचीत की तो उन्होने यह स्वीकार किया कि मरीज को प्राथमिक उपचार दिया गया था उसे कच्चा प्लास्टर पैथोलॉजी पर चढ़ाया गया था,उस समय में वहां किसी काम से गया था। डॉक्टर से कहा गया कि मरीज के पैर में फैक्चर नही था तो डॉक्टर ने कहा कि उसका एंकल लिगामेंट मे क्रेक था यह एक्सरे मे नही आता है। डॉ धर्मेन्द्र से सवाल किया आप की डिग्री BHMS है तो आप प्लास्टर कैसे चढ़ाया तो डॉक्टर ने कहा कि प्राथमिक उपचार किया गया था।
इनका कहना है
आज राजा जाटव के पैर को लेकर उसके परिजनो ने शिकायत की है कि बिना हड्डी टूटे पैर पर प्लास्टर चढा दिया है मामले को जांच की जा रही है
सुरेश शर्मा,थाना प्रभारी करैरा