शिवपुरी। शिवपुरी जिले में तीसरा केंद्रीय विद्यालय खोले जाने के लिए प्रस्ताव दिल्ली भेजा गया है। जिले के पिछोर एवं कोलारस में से किसी एक जगह पर तीसरा केंद्रीय विद्यालय खोला जाना है, जिसके लिए दिल्ली से सर्वे टीम आएगी, रिपोर्ट तैयार करेगी। जिला शिक्षा अधिकारी का कहना है कि हमने प्रस्ताव बनाकर भेज दिया, अब जब दिल्ली से हरी झंडी मिलेगी, उसके बाद ही आगे की प्रक्रिया शुरू होगी।
शिवपुरी जिले में वर्तमान में दो केंद्रीय विद्यालय शिवपुरी एवं करैरा में हैं। चूंकि करैरा में आईटीबीपी का ट्रेनिंग सेंटर है, जबकि शिवपुरी में आईटीबीपी के अलावा सीआरपीएफ एवं सीआईएटी सहित आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) का भी प्रशिक्षण केंद्र है। इतने अधिक केंद्रीय विभाग के ट्रेनिंग सेंटर होने की वजह से शिवपुरी के केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन के लिए अधिक जद्दोजहद होती है।
यही वजह है कि शिवपुरी में एक और केंद्रीय विद्यालय खोले जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। जिसके लिए केंद्रीय विद्यालय शिवपुरी एवं जिला शिक्षा विभाग ने संयुक्त रूप से एक प्रस्ताव बनाकर दिल्ली भेजा है। जिसमें कोलारस अथवा पिछोर में से किसी एक जगह पर तीसरा केंद्रीय विद्यालय खोला जाना है। चूंकि पिछोर के पास बबीना में सेना का फील्ड फायरिंग एरिया है, जिसका कुछ हिस्सा पिछोर में भी है। जबकि कोलारस के नजदीक ही सीआरपीएफ, सीआईएटी व आईटीबीपी के ट्रेनिंग सेंटर हैं। इनमें से कोलारस में केंद्रीय विद्यालय खोले जाने की उम्मीद अधिक है।
प्रवेश प्रक्रिया 1 अप्रैल से होगी शुरू
केंद्रीय विद्यालय में ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया 1 अप्रैल से शुरू होगी। जिसमें फार्म भरने की अंतिम तिथि 15 अप्रैल तय की है। सेंट्रल स्कूल में एडमिशन के लिए सेना व अर्धसैनिक बल के बच्चों को प्राथमिकता रहती है, इसके अलावा 25 प्रतिशत आरटीई के तहत सीटें आरक्षित रहती हैं। इसके बाद यदि कोई सीट बचती है तो फिर सामान्य वर्ग के बच्चों के लिए आने वाले ऑनलाइन फार्मों में से लॉटरी सिस्टम से प्रवेश मिलता है।
इनका कहना है
शिवपुरी जिले में एक अन्य केंद्रीय विद्यालय खोले जाने का प्रस्ताव दिल्ली भेजा गया है। जिसमें पिछोर एवं कोलारस में से किसी एक जगह पर नया सेंट्रल स्कूल खोला जाएगा। अब दिल्ली से हरी झंडी मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी।
समर सिंह राठौड़, जिला शिक्षा अधिकारी शिवपुरी
शिवपुरी जिले में वर्तमान में दो केंद्रीय विद्यालय शिवपुरी एवं करैरा में हैं। चूंकि करैरा में आईटीबीपी का ट्रेनिंग सेंटर है, जबकि शिवपुरी में आईटीबीपी के अलावा सीआरपीएफ एवं सीआईएटी सहित आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) का भी प्रशिक्षण केंद्र है। इतने अधिक केंद्रीय विभाग के ट्रेनिंग सेंटर होने की वजह से शिवपुरी के केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन के लिए अधिक जद्दोजहद होती है।
यही वजह है कि शिवपुरी में एक और केंद्रीय विद्यालय खोले जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। जिसके लिए केंद्रीय विद्यालय शिवपुरी एवं जिला शिक्षा विभाग ने संयुक्त रूप से एक प्रस्ताव बनाकर दिल्ली भेजा है। जिसमें कोलारस अथवा पिछोर में से किसी एक जगह पर तीसरा केंद्रीय विद्यालय खोला जाना है। चूंकि पिछोर के पास बबीना में सेना का फील्ड फायरिंग एरिया है, जिसका कुछ हिस्सा पिछोर में भी है। जबकि कोलारस के नजदीक ही सीआरपीएफ, सीआईएटी व आईटीबीपी के ट्रेनिंग सेंटर हैं। इनमें से कोलारस में केंद्रीय विद्यालय खोले जाने की उम्मीद अधिक है।
प्रवेश प्रक्रिया 1 अप्रैल से होगी शुरू
केंद्रीय विद्यालय में ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया 1 अप्रैल से शुरू होगी। जिसमें फार्म भरने की अंतिम तिथि 15 अप्रैल तय की है। सेंट्रल स्कूल में एडमिशन के लिए सेना व अर्धसैनिक बल के बच्चों को प्राथमिकता रहती है, इसके अलावा 25 प्रतिशत आरटीई के तहत सीटें आरक्षित रहती हैं। इसके बाद यदि कोई सीट बचती है तो फिर सामान्य वर्ग के बच्चों के लिए आने वाले ऑनलाइन फार्मों में से लॉटरी सिस्टम से प्रवेश मिलता है।
इनका कहना है
शिवपुरी जिले में एक अन्य केंद्रीय विद्यालय खोले जाने का प्रस्ताव दिल्ली भेजा गया है। जिसमें पिछोर एवं कोलारस में से किसी एक जगह पर नया सेंट्रल स्कूल खोला जाएगा। अब दिल्ली से हरी झंडी मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी।
समर सिंह राठौड़, जिला शिक्षा अधिकारी शिवपुरी