शिवपुरी। शिवपुरी जिले के पिछोर अनुविभाग के खनियाधाना सीमा में 24 मार्च को सनलार गांव में निवास करने वाले बलवीर सिंह की यादव की हत्या सिर में कुल्हाड़ी मार कर कर दी थी। पुलिस ने इस मामले को ट्रेस करते हुए हत्यारे को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस ने बताया कि पैसे के लेनदेन को लेकर विवाद में यह हत्या की गई थी,हत्यारे से कुल्हाड़ी सहित अन्य हथियार भी बरामद किए जाने का दावा पुलिस ने किया है।
बीते 24 मार्च की सुबह हरतौल पंचायत के सनलार गांव में निवास करने वाले बलवीर सिंह यादव उम्र 48 साल की लाश सड़क किनारे मिली थी। मृतक के भाई ने बताया कि शनिवार की रात 11 बजे में खेत पर पहुंचा तो बडे भाई बलवीर ने मेरे से कहा कि तू मेरे लिया खाना नही लाया। मैने कहा भाई तुमने शाम को ही खाना खाया है इस कारण नहीं लाया,वह मेरे से खाना खाने की कहकर रात मे ही खेत से घर के लिए निकल गए थे,रात मे खेत पर बलवीर नही लौट मैं यह सोचकर सो गया था कि वह घर ही सो गए होगें।
जगदीश ने बताया कि सुबह मुझे सूचना मिली कि बडे भाई बलवीर की लाश सड़क किनारे पडी है। जाकर देखा तो बलबीर के सिर पर कुल्हाडी मारे जाने के निशान है,बताया जा रहा है कि बलवीर यादव रात में अपने घर नहीं पहुंचा था उससे पहले ही यह घटना उसके साथ घट गई। मौके पर पहुची पुलिस ने बलवीर की डेड बॉडी को खनियाधाना अस्पताल में पीएम के लिए भिजवाते हुए इस मामले की जांच शुरू कर दी।
मृतक बालवीर की शादी नहीं हुई थी और थाने का हिस्ट्रीशीटर बदमाश था। खनियाधाना थाना पुलिस ने इस हत्या को ट्रेस करने के लिए अपना मुखबिर तंत्र सक्रिय किया तो पुलिस ने सूचना मिली की सिमलार के रहने वाले संतु उर्फ संतोष आदिवासी का मृतक के साथ पैसो के लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था,पुलिस ने संतु को राउंडअप किया और उससे पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल करते हुए बताया कि उसने ही बलबीर की हत्या की है।
पुलिस को बलवीर ने बताया कि घटना वाली रात बलवीर मृतक को रास्ते में मिल गया था,उससे मैंने अपने उधारी के पैसे मांगे तो वह झगड़ा करने पर उतारू हो गया। इस झगड़े में संतों ने बलवीर के सिर में कुल्हाड़ी मार दी जिससे वह जमीन पर गिर गया,उसके बाद संतो घटनास्थल से फरार हो गया। पुलिस ने कुल्हाड़ी व टूटी हुई बंदूक को जब्त किया गया आरोपी को आज माननीय न्यायालय में पेश किया जाएगा।
बीते 24 मार्च की सुबह हरतौल पंचायत के सनलार गांव में निवास करने वाले बलवीर सिंह यादव उम्र 48 साल की लाश सड़क किनारे मिली थी। मृतक के भाई ने बताया कि शनिवार की रात 11 बजे में खेत पर पहुंचा तो बडे भाई बलवीर ने मेरे से कहा कि तू मेरे लिया खाना नही लाया। मैने कहा भाई तुमने शाम को ही खाना खाया है इस कारण नहीं लाया,वह मेरे से खाना खाने की कहकर रात मे ही खेत से घर के लिए निकल गए थे,रात मे खेत पर बलवीर नही लौट मैं यह सोचकर सो गया था कि वह घर ही सो गए होगें।
जगदीश ने बताया कि सुबह मुझे सूचना मिली कि बडे भाई बलवीर की लाश सड़क किनारे पडी है। जाकर देखा तो बलबीर के सिर पर कुल्हाडी मारे जाने के निशान है,बताया जा रहा है कि बलवीर यादव रात में अपने घर नहीं पहुंचा था उससे पहले ही यह घटना उसके साथ घट गई। मौके पर पहुची पुलिस ने बलवीर की डेड बॉडी को खनियाधाना अस्पताल में पीएम के लिए भिजवाते हुए इस मामले की जांच शुरू कर दी।
मृतक बालवीर की शादी नहीं हुई थी और थाने का हिस्ट्रीशीटर बदमाश था। खनियाधाना थाना पुलिस ने इस हत्या को ट्रेस करने के लिए अपना मुखबिर तंत्र सक्रिय किया तो पुलिस ने सूचना मिली की सिमलार के रहने वाले संतु उर्फ संतोष आदिवासी का मृतक के साथ पैसो के लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था,पुलिस ने संतु को राउंडअप किया और उससे पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल करते हुए बताया कि उसने ही बलबीर की हत्या की है।
पुलिस को बलवीर ने बताया कि घटना वाली रात बलवीर मृतक को रास्ते में मिल गया था,उससे मैंने अपने उधारी के पैसे मांगे तो वह झगड़ा करने पर उतारू हो गया। इस झगड़े में संतों ने बलवीर के सिर में कुल्हाड़ी मार दी जिससे वह जमीन पर गिर गया,उसके बाद संतो घटनास्थल से फरार हो गया। पुलिस ने कुल्हाड़ी व टूटी हुई बंदूक को जब्त किया गया आरोपी को आज माननीय न्यायालय में पेश किया जाएगा।