शिवपुरी। मेडिकल कॉलेज में अल्पविराम परिचय कार्यक्रम संपन्न हुआ जिसमे पैरामेडिकल के पचास छात्रों ने सहभागिता की, प्रतिभागियों का स्वागत गुलाब का फूल और एक डायरी पेन के साथ किया गया तत्पश्चात प्रार्थना इतनी शक्ति हमें देना दाता के भावों को ग्रहण करते हुए स्वयं में बदलाव का एक एक दीपक कुछ प्रतिभागियों ने उज्ज्वल किया।
प्रतिभागियों का परिचय उनके नाम के साथ उनके देश को समर्पित विचार के साथ हुआ। आनंद संस्थान और अल्पविराम का परिचय रिजवाना जी द्वारा दिया गया। रिश्ते को लेकर आज का सत्र समर्पित रहा, हमारे रिश्ते जिसमें स्वयं से स्वयं का रिश्ता , हमारा परिवार और मित्रों से रिश्ता, कार्यक्षेत्र में रिश्ता, हमारा समाज से रिश्ता, और पर्यावरण के साथ हमारा रिश्ता कैसा है? अमित गौर जी ने बताया कि मेरा मेरे बड़े भाई से रिश्ता बहुत अच्छा है मैं इसे हमेशा ही सहेजकर रखूंगा। गुब्बारे वाले वीडियो देखने के उपरांत सभी ने रिश्तों की गहराई को महसूस किया। विशाखा राजे जी ने अपने रिश्तों के विषय में बताया।
मोहम्मद सोहेब और राज सिंह ने अपने समाज को मेडिकल की सेवा देकर और मजबूत करने का विचार साझा किया जबकि शुभम जी ने पर्यावरण के लिए समर्पित अपने रिश्ते को बताया जिसमें उन्होंने 1000 पेड़ लगा कर 700 को जीवित रखने के साथ भविष्य में अन्य रिश्तों पर भी कार्य करते रहेंगे, व्यास जी ने स्वयं को देश के साथ रिश्ता मधुर बनाने हेतु स्वयं को प्रेरित किया। तत्पश्चात रिजवाना जी ने अपने रिश्तों के मैप को सभी के समक्ष साझा किया जिसमें उन्होंने स्वयं , समाज और पर्यावरण के साथ बिगड़े हुए रिश्तों को अल्पविराम के माध्यम से सुधार की ओर अग्रसर होने हेतु विचार साझा किए।
जबकि अभय कुमार जैन जी ने अपने परिवार के बिगड़े रिश्तों को अल्पविराम के माध्यम से सुधार का अनुभव सभी प्रतिभागियों के मध्य प्रस्तुत किया।एक छोटा सा आइसब्रेकर जिसमें उंगलियों से बारिश करने के साथ सभी ने भावनाओ और कल्पनाओं के महत्व को जाना। अभय कुमार जैन जी के द्वारा किस प्रकार हम आनंद संस्थान और अपलविराम से जुड़े रह सकते हैं , के विषय में बताया। स्वल्पाहार और किसी की मुस्कुराहटों पर हो निसार जैसे शब्दों को दोहराते हुए आज का अपलविरम परिचय कार्यक्रम संपन्न हुआ।