शिवपुरी। शिवपुरी की कलेक्ट्रेट में लगातार सुधार हो रहा है,अभी कलेक्ट्रेट का जीर्णोद्धार कराने के साथ साथ तीसरी आंखें भी लगा दी गई। जिससे कलेक्ट्रेट सहित परिसर की प्रत्येक गतिविधि तीसरी आंख में कैद हो सके और हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके। बताया जा रहा है कि कलेक्ट्रेट भवन पर 25 स्थानों पर कैमरे लगवाए गए है। जिससे परिसर के चप्पे चप्पे पर तीसरी आंख की नजर रहे। कलेक्टर बोले कि अब बाहर क्या हो रहा है, उसे हम अंदर से ही देख लेंगे।
शिवपुरी कलेक्ट्रेट में होने वाली जनसुनवाई के दौरान बीते दिनों एक शिकायतकर्ता केरोसिन लेकर आया था और उसने अंदर कलेक्टर के सामने ही अपने ऊपर तेल डाल लिया था। इस शिकायतकर्ता को बाहर किसने उसे ऐसी हरकत करने के लिए तैयार किया?, उसे किसने साजिश के तहत अंदर भेजा था, यह इसलिए पता नहीं चल पाया था, क्योंकि तीसरी आंख बाहर नहीं थी। अब कलेक्ट्रेट की मुख्य बिल्डिंग सहित आसपास एवं सड़क तक जगह-जगह कैमरे लगा दिए गए हैं, जिसका कंट्रोल रूम कलेक्टर के चेंबर में बनाया गया है। यानि अब खुद जिलाधीश अपने कमरे में बैठकर बाहर होने वाली हर एक हरकत पर नजर रख सकते हैं।
कुछ शिकायतों के पीछे होते हैं दूसरे चेहरे
जनसुनवाई में शिकायत लेकर आने वाले अधिकांश लोग अपनी परेशानी लेकर आते हैं, लेकिन कुछ मामलों में शिकायतकर्ता का तो सिर्फ चेहरा होता है, जबकि उसे प्रभावशाली लोग बाहर से सिखा- पढ़ाकर अंदर भेजते हैं। ऐसे लोग यदि कलेक्ट्रेट परिसर अथवा सड़क तक भी होंगे, तो वे अब आसानी से नजर आ जाएंगे।
कई बार पंचायतों में विवादों के चलते सरपंच की शिकायत करने के लिए सचिव तो सचिव की शिकायत करने के लिए सरपंच अपने साथ ग्रामीणों को लेकर आते हैं। अब वे सभी इन कैमरों में कैद हो जाएंगे और कलेक्टर अपने चेंबर में बैठकर ही इन सभी गतिविधियों को देख सकेंगे।
यह बोले कलेक्टर
जनसुनवाई में केरोसिन लेकर कोई आया था, तथा ऐसे मामलों में साजिशकर्ता बाहर से ही प्लान करके भेजते हैं, वे सभी इन कैमरों में नजर आ जाएंगे। पहले एक जिले में शिकायतकर्ता भैंस लेकर आ गया था, जिसे दूसरे लोगों ने भेजा था, वो कैमरे की मदद से पकड़ में आए, तो एफआईआर करवाई थी। कैमरे लगे होने से सब कुछ सामने आ जाएगा।
रविंद्र कुमार चौधरी, कलेक्टर