शिवपुरी। भूमि का जल स्तर बढ़ाने के उद्देश्य से सोखते गड्ढे बनाकर विश्व जल दिवस का आयोजन भानगढ़ एवं कलोथरा, सहित आस पास के गांवों में मनाया गया। जहां पर लोगों को जागरूक करते हुए जल संरक्षण कैसे किया जा सकता है इसके बारे में बारीकी से बताया गया। इस अवसर पर परहित संस्था के मनोज भदौरिया ने नागरिकों को समझाते हुए कहा कि अपने घरों के बार सोख्ता गड्डे बनाकर पानी को सहेजा जा सकता है।
ब्लॉक शिवपुरी में विश्व जल दिवस के अवसर पर परहित समाज सेवा संस्था एवं टेरेडेज होम्स के सहयोग से सहरिया समुदाय के लोगों ने गॉव में पानी बचाने के लिए स्कूल परिसर में हैंडपंप से निकलने वाले व्यर्थ पानी को जमीन में उतारने के लिए श्रमदान कर के सोकते गड्ढे बनाए गए यह सोकता गडडा 5 फिट लम्बा, 4 फिट चौडा एवं 3 फिट गहरा है, इस गडडे को ईट के रोरे, रेत, कंक्रीट आदि बेस्ट मटेरियल से भरा गया, जिसमें पानी धीरे- धीरे भूमि के अन्दर जाएगा और भूमि के जल स्तर को बढाएगा, जिससे हेण्ड पम्पों में साल भर पानी रहेगा।
यहां यह बात उल्लेखनीय है आज हम देख रहे है कि भूमि का जल स्तर लगातार बहुत तेजी से घटता जा रहा है, जो कि बहुत चिंता का विषय है। अगर हम जमीन के अंदर पानी नहीं ले जाएगें। तो पीने और सिंचाई के लिए पानी कहॉ से मिलेगा। इसलिए हमें भूमि के जल स्तर को बढाने की जरूरत है। और वर्षा के जल को जमीन के अंदर ले जाने की जरूरत है, जो कि बह कर निकल जाता है। इसके बाद लोगों ने शपथ ली की हम अपने घर पर भी छत के पानी को जमीन में उतारने के लिए एक सोखता गड्ढा अपने घर पर भी बनाएगे।
जिससे भूमि का जल स्तर बढ़ेगा और हमारे गांव के सभी हैंडपंपों में साल भर पानी रहेगा और पानी की बर्बादी को रोकेंगे और गॉव में भूमि का जल स्तर बढ़ाने के लिए पंचायत के सहयोग से गर्मियों में छोटी-छोटी जल संरचनाऐं जैसे-बोल्डर चेक, बोरी बंधान, वृक्षारोपण, पुराने तालाबों की गाद निकालना, पुराने कुओं की सफाई आदि कार्य किये जायेगे, जिसमें हमारा पूरा गांव सहयोग करेगा।
इसमें मुख्य रूप से आरती आदिवासी, पिस्ता आदिवासी, बलराम आदिवासी, रानी आदिवासी, दीपा आदिवासी, सुखदेव आदिवासी, गिर्राज आदिवासी, कल्लू आदिवासी, दिनेश आदिवासी एवं परहित समाजसेवा संस्था से मनोज भदौरिया, उम्मेद प्रजापति एवं राजकुमार सैन सहित लगभग 80 (महिलाओं, युवाओं और बच्चों) लोगों ने भाग लिया।