शिवपुरी। मध्य प्रदेश में सन 2023 के विधानसभा चुनाव के चलते तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने के लिए इंटर्नशिप प्रोग्राम शुरू किया था। इसके तहत सरकारी विभाग में छात्रों की भर्ती की गई। इन युवाओं का मुख्य काम था कि सरकार की योजनाओं को घर घर पहुंचाया जाए।
अगर सीधे शब्दों में लिखे तो यह युवा सरकार की योजनाओं का बखान घर घर कर रहे थे,सीएम शिवराज सिंह ने इन युवाओं से वादा भी किया था कि अगर मप्र में पुन:सरकार बनती है तो इन युवाओं को स्थाई रोजगार प्रदान किया जाएगा,लेकिन सरकार बनने के बाद इन युवाओं को बेरोजगार कर दिया।
शिवपुरी जिले में मंगलवार को कलेक्ट्रेट में आयोजित जनसुनवाई में लगभग 50 की संख्या में जनसेवा मित्र पहुंचे थे। युवाओं को कहना था कि हमें सरकार ने 31 जनवरी तक काम करवाया और हमें अब अकारण ही हटा दिया। भाजपा के पूर्व सीएम शिवराज मामा ने हमे आश्वासन दिया था कि सरकार अगर बनती है तो हमें परमानेंट नौकरी देंगे,लेकिन अब ऐसा नहीं हुआ है। हमने सरकार की योजनाओं को घर घर पहुंचाने के लिए जन सेतु का काम जमीनी स्तर पर किया था।
कलेक्ट्रेट में मध्यप्रदेश सरकार के मुखिया के नाम पत्र सौंपते हुए युवाओं ने कहा कि मध्य प्रदेश शासन ने अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विस्तारी प्रदेश में 9300 मुख्यमंत्री जन सेवा मित्रों की भर्ती की गई थी, जो प्रशासन व नागरिकों के बीच सेतु का काय कर रहे थे। सरकार की समस्त जन कल्याणकारी योजनाओं को समाज के अंतिम वर्ग तक पहुंचाने का कार्य करते थे। जैसे लाडली बहन योजना, मतदाता जागरूकता अभियान व आदिवासी आहार अनुदान जैसी तमाम योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
जब पंचायत मै ग्राम सेवक व सचिव हड़ताल पर थे उस समय जन सेवा मित्रों ने कार्य किया। परंतु वर्तमान में सरकार ने बिना कारण बताये हमारी सेवाओं को को स्थाई करने की घोषणा की विश्व की सबसे बड़ी इंटर्नशिप थी कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनसेवा मित्रो हम सभी अपने अपने कार्यों को छोड़कर इस क्षेत्र में आए थे।
जनसेवा मित्र योजना को दुनिया की सबसे बडी
तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस योजना को दुनिया की सबसे बड़ी इंटर्नशिप योजना बता रहे थे। इसके तहत मध्य प्रदेश के अलग-अलग विभागों में युवाओं को इंटर्नशिप का अवसर दिया था। ये युवा प्रदेश की कल्याणकारी योजनाओं को घर-घर पहुंचाने का काम कर रहे थे। इन युवाओं को 10 हजार 200 रुपए प्रतिमाह वेतन के रूप में दिया जा रहा था।
ऐसे काम करते थे जन सेवा मित्र
मध्यप्रदेश सरकार का प्रयास था कि जन सेवा मित्र सरकारी विभाग में कार्य करके विकास योजनाओं को जमीनी स्तर तक पहुंचाएं। इस योजना का लाभ उठा कर युवा विकास योजनाओं के लिए जमीनी स्तर पर कार्य करेंगे। जन सेवा मित्रों की भर्ती भर्ती को शुरू करने का उद्देश्य राज्य युवाओं को सरकारी विभाग में विकास योजना का कार्य करने अवसर प्रदान करना है,मप्र के प्रत्येक विकासखंड से 15 युवाओं के लिए वैकेंसी निकाली गई थी। शिवपुरी जिले से लगभग 250 युवाओं का चयन किया गया था और एक साल के लगभग इन जन सेवा मित्रो से काम कराया गया था,31 जनवरी 2023 को इन युवाओं को सरकार ने बेरोजगार कर दिया,और देश में बेरोजगारी के ग्राफ को ओर बडा दिया।