शिवपुरी शहर के जल मंदिर रोड केनरा बैंक के पास स्थित श्रीगोपाल जी मंदिर की महंताई पर विवाद सामने आ रहा है। बीते दिवस इस मंदिर का महामंडलेश्वर पुरुषोत्तम दास महाराज महंत बड़े हनुमान मंदिर को बनाया है। महामंडलेश्वर पुरुषोत्तम दास महाराज की महंताई पर डौकार खालसा गिरनार मंदिर बमरा के महंत दुर्गादास ने सवाल उठाते हुए एक शिकायती आवेदन कलेक्टर शिवपुरी सौंपा है।
दुर्गादास महाराज का कहना है कि शिवपुरी के बड़े हनुमान मंदिर कत्था मिल के महंत महामंडलेश्वर पुरुषोत्तम दास के द्वारा श्रीगोपाल जी मंदिर पर भू माफियाओं के सहयोग से मंदिर पर अनाधिकृत रूप से कब्जा कर लिया गया है। महंत के द्वारा बताया गया है। महामंडलेश्वर पुरुषोत्तम दास के द्वारा फर्जी पंचनामा बनाकर खुद को श्रीगोपाल जी मंदिर का महंत घोषित करा लिया है।
श्रीगोपाल जी मंदिर की स्थापना गद्दी डाकोर खालसा गिरनार मंदिर ग्राम बमरा पोहरी के महंत श्री गोपाल दास जी महाराज उनके शिष्य मथुरादास जी के द्वारा की गई थी। मथुरादास के पश्चात उनके शिष्य ओमकार दास ने गद्दी संभाली उनके देवलोकगमन के बाद ओमकार दास के गुरु भाई हरनाम दास को गद्दी सौंपी गई। दिलीप दास को भूमाफियाओं द्वारा किसी केस में फंसा दिया गया वह इस समय अज्ञातवास में है।
इस मंदिर की गद्दी हरनाम दास के शिष्य व डाकोर खालसा गिरनार मंदिर के महंत ग्राम बमरा पोहरी गददीशीन है। संत परम्परा के अनुसार पुरुषोत्तम दास डाकौर खालसा के संत नहीं है और न ही हमारी संत परम्परा में इनका कोई संबंध है अपने जनवल पूर्वक कब्जा करने का षड्यंत्र किया गया है।
इनका कहना है
हमारे द्वारा श्रीगोपाल जी मंदिर पर कोई कब्जा नहीं किया है। बल्कि मंदिर पर स्मैकचियों और गांजे पीने वाले ने अपना अड्डा बना रखा था। जिससे भक्तों को जाने में परेशानी हो रही थी। इसको लेकर सभी भक्तों के अनुरोध पर हमें संतों के द्वारा उसकी देखरेख करने का संरक्षण दिया है। जिससे मंदिर को बचाया जा सके।
पुरुषोत्तम दास महाराज महामंडलेश्वर बड़े हनुमान मंदिर कत्था मिल