शिवपुरी। कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी की भारत जोडो न्याय यात्रा के तहत 3 मार्च को शिवपुरी जिले की सीमा में प्रवेश करने वाले है। इस यात्रा को लेकर स्थानीय कांग्रेस सहित प्रदेश कांग्रेस उत्साह में है। इसकी तैयारियों को लेकर स्थानीय नेता सहित प्रदेश स्तर के नेता जुटे हुए है। वही प्रशासन ने भी राहुल गांधी की यात्रा को लेकर 130 किलोमीटर का क्षेत्र रेडजॉन घोषित कर दिया है।
इस यात्रा के जारी कार्यक्रम के तहत राहुल गांधी बदरवास जनपद के सुमेला गांव में रूकने वाले थे,लेकिन शुक्रवार को हुई बरिश और बिगडे मौसम के कारण राहुल गांधी की सुरक्षा में तैनात टीम सुमेला गांव पहुंची थी,टीम अब राहुल गांधी के रात्रि विश्राम का स्थान बदलने पर विचार कर रही है,जानकारी मिल रही है कि राहुल गांधी अब सुमेला गांव से बदलकर वरखेड़ा गांव को किए जाने पर अमल किया जा रहा है। संभवतः राहुल गांधी अब 3 मार्च को सुमेला की जगह वरखेड़ा गांव में रात विश्राम करेंगे।
होटल पर चाय बनाकर पीते देखे गए जीतू पटवारी
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की तैयारियों का जायजा लेते हुए भोपाल से ग्वालियर के लिए निकले PCC अध्यक्ष जीतू पटवारी आज एक होटल पर अपने हाथों से चाय बनाते हुए देखे गए। जानकारी के मुताबिक, ग्वालियर जाते वक्त जीतू पटवारी लुकवासा फोरलेन हाइवे पर बने अपना देशी ठाठ रेस्टोरेंट पर रुके। जहां उन्होंने चाय की गुमटी पर अपने हाथों से चाय बनाकर पी और इसके बाद आगे की ओर बढ़ गए।
इस यात्रा के जारी कार्यक्रम के तहत राहुल गांधी बदरवास जनपद के सुमेला गांव में रूकने वाले थे,लेकिन शुक्रवार को हुई बरिश और बिगडे मौसम के कारण राहुल गांधी की सुरक्षा में तैनात टीम सुमेला गांव पहुंची थी,टीम अब राहुल गांधी के रात्रि विश्राम का स्थान बदलने पर विचार कर रही है,जानकारी मिल रही है कि राहुल गांधी अब सुमेला गांव से बदलकर वरखेड़ा गांव को किए जाने पर अमल किया जा रहा है। संभवतः राहुल गांधी अब 3 मार्च को सुमेला की जगह वरखेड़ा गांव में रात विश्राम करेंगे।
होटल पर चाय बनाकर पीते देखे गए जीतू पटवारी
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की तैयारियों का जायजा लेते हुए भोपाल से ग्वालियर के लिए निकले PCC अध्यक्ष जीतू पटवारी आज एक होटल पर अपने हाथों से चाय बनाते हुए देखे गए। जानकारी के मुताबिक, ग्वालियर जाते वक्त जीतू पटवारी लुकवासा फोरलेन हाइवे पर बने अपना देशी ठाठ रेस्टोरेंट पर रुके। जहां उन्होंने चाय की गुमटी पर अपने हाथों से चाय बनाकर पी और इसके बाद आगे की ओर बढ़ गए।