शिवपुरी। शिक्षको के ग्रीष्मकालीन अवकाश पर स्कूल शिक्षा विभाग ने कैंची चला दी है,स्कूल शिक्षा विभाग ने सोमवार को शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए दशहरा, दीपावली सहित गर्मी की छुट्टियों का आदेश जारी किया, जिसमें दो महीने वाली गर्मियों की छुट्टी पर कैंची चला दी गई। बच्चों के लिए जहां यह छुट्टियां दो महीने से घट कर डेढ़ महीने रह गई तो शिक्षकों के लिए यह आदेश वज्रपात की तरह साबित हुआ है। अब शिक्षकों के लिए गर्मी की छुट्टी सिर्फ एक महीने की होगी।
जारी आदेश के मुताबिक बच्चों के लिए ग्रीष्मकालीन अवकाश 01 मई से 15 जून तक रहेगा तो वहीं शिक्षकों के लिए यह अवकाश अब सिर्फ 01 मई से 31 मई तक नियत किया गया है। आदेश बहु प्रसारित होते ही सोशल साइट पर शिक्षकों और शिक्षक संगठनों की नाराजगी प्रकट होने लगी है। संगठन भोपाल से लेकर शिवपुरी तक विरोध की बात कह रहे हैं, तो वहीं शिक्षक अपने संगठनों को ही ट्रोल कर संगठन के नेताओं पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
या तो अर्जित अवकाश मिले या शनिवार की छुट्टी इस आदेश के बाद सोशल साइट पर बहस शुरू हो गई है कि कोरोना काल के बाद से शिक्षा विभाग के अधिकारी व लिपिक संवर्ग सहित अन्य कार्यालयों के कर्मचारियों को प्रति शनिवार का अवकाश सरकार द्वारा दिया जा रहा है, वहीं उन्हें साल में अर्जित अवकाश की भी पात्रता है।
ऐसे में शिक्षकों का तर्क है कि ग्रीष्म अवकाश पूरी तरह समाप्त कर उन्हें हर साल 30 दिन का अर्जित अवकाश दिया जाए या फिर अन्य कर्मचारियों की तरह हर हफ्ते शनिवार की भी छुट्टी दी जाए। देखना होगा कि आजादी के बाद से पहली बार गर्मियों की छुट्टी पर चली यह कैंची किस परिणाम व विरोध तक पहुंचती है।
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इनका कहना है
शिक्षकों को ग्रीष्म अवकाश में भी तमाम तरह की ड्यूटी में संलग्न कर पूर्व से ही इन अवकाशों को छीना जा रहा था। उस पर भी अब सिर्फ एक महीने की छुट्टियों का आदेश जारी करना बेहद दुखद है। हम इसका पुरजोर विरोध करेंगे।
स्नेह रघुवंशी, जिलाध्यक्ष, राज्य शिक्षक संघ