शिवपुरी। शिवपुरी झांसी मार्ग पर स्थित माधव राष्ट्रीय उद्यान के मुख्य द्वार के सामने से लेकर फोरलेन हाईवे तक लगभग 10 किलोमीटर दूरी तक की पुरानी झांसी रोड दुर्दशा की स्थिति में है। इस सड़क से प्रतिदिन हजारो यात्री यात्रा करते हैं। शिवपुरी से लगभग छह किमी की दूरी पर स्थित भी बांकडे हनुमान जी मंदिर शिवपुरी जिले की जनता की श्रद्धा का केंद्र है और हर मंगलवार हजारों भक्त इस उबड़-खाबड़ रोड से होकर मंदिर जाते हैं।
यहीं से भक्त मां पीतांबरा के दर्शन के लिए जाते हैं। यह रोड स्वीकृत हो चुकी है और निर्माण कार्य भी शुरू हो गया था, लेकिन माधव राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में होने से वन विभाग की अनुमति में इसका काम अटक गया है। इसे लेकर अब अभिभाषक संघ के पूर्व अध्यक्ष विजय तिवारी ने संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी किया है।
अधिवक्ता ने बताया कि वे इस मामले को लेकर हाई कोर्ट में जाएंगे क्योंकि अधिकारियों ने अनुमति लेने के बारे में जानकारी होने पर भी अनुमति लिए बिना पुरानी सड़क उखाड़ दी जिससे लोगों की परेशानी बढ़ी है।
नोटिस में उल्लेख किया गया है कि यह सड़क माधव राष्ट्रीय उद्यान के मुख्य द्वार से निकलने पश्चात ही पूर्णतः क्षतिग्रस्त हो चुकी है। अर्थात लगभग 10 किमी की लंबाई में अधिकांश स्थानों पर तो सड़क पर डामर नाम की चीज बची ही नहीं है। सड़क पर बड़े-बड़े गड्डे हो रहे है जिनके कारण कई बार बड़े वाहन तक अनियंत्रित होकर पलट चुके हैं। यहां उड़ने वाली धूल से भी हादसों में वृद्धि हुई है।
पूर्व में उक्त सड़क सात मीटर चौड़ाई की थी जिसे बढ़ाकर 10 मोटर चौडी डामर सड़क का निर्माण एक वर्ष पूर्व प्रारंभ किया था, किंतु यह भली भांति विदित था कि उक्त = सड़क का कुछ भाग नेशनल पार्क सीमांतर्गत आता है। यह सर्वविदित तथ्य है कि नेशनल पार्क अथवा फॉरेस्ट सोमा में बनने वाली सड़कों के निर्माण हेतु वन विभाग की पूर्व अनुमति आवश्यक है। इसके बाद भी नेशनली पार्क की अनुमति लिए बिना पूर्व से निर्मित उक्त सड़क को पूरी तरह खोदकर फेंक दिया
जिस कारण उक्त सड़क अब आम जन के उपयोग की वस्तु नहीं रह गई है। यहां होकर प्रतिदिन राजनेता, प्रशासनिक अधिकारीगण गुजरते है किंतु किसी ने भी उक्त सड़क दुरुस्त करवाने के संबंध में आज तक कोई कार्यवाही नही की जो आश्चर्य का विषय है।
शहर की दूध सप्लाई के लिए भी यहां से आते हैं वाहन
शिवपुरी शहर में दूध की सप्लाई करने वाले करने वाले प्रमुख गांव उक्त झांसी रोड पर ही स्थित है। जहां से अधिकांश दूधिये मोटर सायकिल द्वारा अपने गांव से दूध लाकर शिवपुरी में विक्रय करते है। उक्त सडक पर उडने वाली भारी धूल के कारण उनकी सांसों में व आंखों में जाकर श्वसन तंत्र तथा नेत्र संबंधी कई बीमारियां उत्पन्न करते है। उक्त झांसी मार्ग पर लगभग 10 किमी की सड़क की दुर्दशा के कारण यात्रा करने में 30-45 मिनट का समय बर्बाद होता है तथा ईधन का अपव्यय भी होता है।
फैक्ट फाइल
जानकारी के मुताबिक 12.50 किमी की झांसी लिंक रोड साल 2021 की अति वृष्टि में बुरी तरह उखड़ गई थी। दूसरे साल 2022 में भी सड़क की सुध नहीं ली। साल 2023 में चौड़ीकरण के लिए डीपीआर बनाई और फिर टेंडर लगाए। बमुश्किल सड़क का टेंडर निकला और अगस्त 2023 में ठेकेदार ने काम चालू कर दिया। 20.28 करोड़ की सड़क का काम विधानसभा चुनाव के दौरान काफी धीमी पड़ गया।
ऊपर से माधव नेशनल पार्क के अफसरो ने परमिशन लेकर ही काम करने की हिदायत दी। पार्क द्वारा काम करवाए जाने के बाद ठेकेदार आगे काम नहीं कर पा रहा है। विभाग की तरफ से नेशनल पार्क से ऑनलाइन परमिशन के लिए आवेदन किया है। अब देखना है कि पार्क प्रबंधन कितने समय
पार्क अफसरों द्वारा काम रुकवाने से जनता के आवागमन पर सीधा असर
नेशनल पार्क अफसरों द्वारा सड़क का काम रुकवाने से आम जनता पर सीधा असर पड़ रहा है। सड़क चौड़ीकरण के लिए ठेकेदार द्वारा अभी तक मात्र झाड़ियों की सफाई कराई है। सफाई का काम भी पूरा नहीं हुआ है। सड़क पूरी तरह से उखड़ी है। गहरे गड्ढों में पूरी सड़क गायब हो चुकी है। लोगों को संभलकर 12.50 किमी का सफर करना पड़ रहा है। जनता की परेशानी से पार्क अफसरों को कोई सरोकार नहीं है।
काम पिछड़ रहा है
हम 10 जनवरी को ऑनलाइन आवेदन कर चुके है। पार्क ने अभी तक स्वीकृति नहीं दी है। जबकि सड़क पुरानी है। करीब 6 माह बीत गए,काम पिछड़ता जा रहा है।
धमेन्द्र सिंह यादव,कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग जिला शिवपुरी