शिवपुरी। जिला पंचायत का विधान है कि जिला पंचायत के किसी कर्मचारी की शिकायत प्राप्त होती है तो उसे कारण बताओ नोटिस दिया जाता है,अगर मामला भ्रष्टाचार से जुडा है तो यह कारण बताओ और अधिक गंभीर हो जाता है,लेकिन शिवपुरी के जिला पंचायत सीईओ के कारण बताओ नोटिस को कितनी गंभीरता से लिया जाता है इसका प्रत्यक्ष प्रमाण हमें देखने को मिला है।
बताया जा रहा है कि एक भ्रष्टाचार के मामले में पोहरी जनपद की मडखेडा पंचायत के सचिव शकुन धाकड को 7 दिन का कारण बताओ नोटिस दिया गया था इसका जवाब सचिव ने आज 43 दिन बीतने के बाद भी नही दिया। वही जब सीईओ से इस विषय में बातचीत की गई तो उन्होंने सचिव की ही तरफदारी की।
जैसा कि विदित है कि जनपद पंचायत पोहरी के ग्राम पंचायत मडखेडा सरपंच मानसिंह आदिवासी पुत्र कोमल आदिवासी द्वारा कलेक्टर की जनसुनवाई में शिकायत दर्ज कराई कि पंचायत के सचिव शकुन धाकड़ की जगह उनके पति ग्राम पंचायत मडखेड़ा का कार्य कर रहे है, साथ ही रोजगार सहायक मोहम्मद शरीफ खान द्वारा सरपंच की बिना सहमति के ग्राम पंचायत में रोजगार गारंटी के कार्य तालाब जीर्णोद्धार मंदिर के पास मड़खेड़ा के पास फर्जी तरीके से मस्टर रोल जनरेट किये गए है।
उपरोक्त मस्टर रोल कर तीन लाख निन्यावे हजार एक सौ छब्बीस की राशि का भुगतान सरपंच की बिना जानकारी के किया गया है। इस तालाब पर आपके द्वारा जीर्णोद्धार का कार्य नही कराया गया सभी की राशि पंचायत सचिव शकुन धाकड पत्नी दारा सिंह धाकड़ एवं रोजगार सहायक मोहम्मद शरीफ खान एवं जनपद पंचायत के कर्मचारियों के साथ सांठगांठ कर फर्जी मस्टर रोल जनरेट कर राशि का बंदरबाट किया गया है।
इस शिकायत के बाद जिला पंचायत सीईओ उमराव मरावी ने दिनांक 13 - 02- 2024 पत्र क्रमांक 549 / आयुक्त ग्वालियर- 40 / 2024 से पोहरी जनपद की पंचायत मडखेडा की सचिव शगुन धाकड को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इस नोटिस में सरपंच की शिकायत का उल्लेख किया ाािा और 7 दिवस के अंदर साक्ष्य अभिलेख के साथ प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थ। इस नोटिस में स्पष्ट रूप से लिखा गया था कि नियत समयावधि में उत्तर प्रस्तुत न किये जाने का निर्णय लिया जाकर आपके विरुद्ध निलंबन की कार्यवाही की जाएगी,जिसका पूर्ण उत्तरदायित्व आपका स्वयं का होगा।
इस मामले को लेकर आरटीआई कार्यकर्ता ने सचिव शुकन धाकड़ के जवाब की प्रमाणित प्रतिलिपि लेने के लिए 27 फरवरी 2024 को आरटीआई आवेदन लगाया था,इसके जवाब में मौखिक रूप से आरटीआई कर्ता को जिला पंचायत के आरटीआई शाखा के प्रभारी ने बताया कि अभी शकुन धाकड ने अपने नोटिस का जवाब प्रस्तुत नहीं किया है। सचिव को अंतिम स्मरण पत्र जारी किया है।
इस मामले को लेकर शिवपुरी समाचार ने जिला पंचायत सीईओ उमराव मरावी से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि शगुन धाकड़ की शिकायत झूठी की गई है आप चाहे तो स्वयं जाकर चेक कर ले,अब एक ओर तो उनके कार्यालय का बाबू स्पष्ट तौर पर कह रहा है कि अभी शोकास नोटिस का जवाब सचिव शकुन धाकड़ ने नहीं दिया वही विभाग के मुखिया का कहना है कि शिकायत झूठी है अब यहां से स्पष्ट है कि इन दोनो में कोई एक असत्य बोल रहा है,अब आगे देखते है इस मामले में क्या होता है।