पवन पाठक @ पिछोर। शिवपुरी जिले के खनियाधाना विकासखंड के 4 शिक्षकों का भारतीय जनता पार्टी के पिछोर विधायक प्रीतम सिंह लोधी के साथ माला पहने एक फोटो वायरल हुआ है। इस फोटो के वायरल होने के बाद पिछोर विधानसभा की राजनीति गरमाने लगी है। यह फोटो पिछोर के रेस्ट हाउस का है और आचार संहिता प्रभावी होने के बाद का है। हालांकि इस मामले में इन शिक्षकों की शिकायत मप्र निर्वाचन आयोग को हो चुकी है,जिला कलेक्टर ने जांच के आदेश भी कर दिए है,वह बीते दिनो केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के खनियाधाना में दौरे दौरान 3700 कांग्रेसियों के भाजपा में शामिल होने का दावा किया था। 24 बडे नाम थे जब इतना बवाल नही मचा था,उतना बबाल इन सरकारी टीचरों के अप्रत्याशित रूप से भाजपा में शामिल होने से मच रहा है।
सर्किट हाउस का सीन दिनांक 17 मार्च
पिछोर के सर्किट हाउस में 17 मार्च को भाजपा विधायक प्रीतम लोधी के साथ खनियाधाना विकासखंड के विभिन्न स्कूलों में पदस्थ शिक्षक अरविंद वर्मा, परवेज खान, यशपाल सिंह और अनिल पाराशर माला पहने हुए यह फोटो पिछोर क्षेत्र की सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे थे। इस फोटो के वायरल होने के बाद भाजपा में अंदरूनी लकीर खींचने लगी है। मूल भाजपाइयों ने इस फोटो के बाद संगठन में शिकायत करना शुरू कर दी है।
30 साल से कांग्रेस के पहलवान के साथ
बताया जा रहा है कि यह शिक्षक पिछले 30 साल से कांग्रेस के पिछोर के पहलवान पूर्व विधायक केपी सिंह के करीबी है। विधायक की दम पर इन शिक्षकों ने भाजपा नेताओं का दमन और प्रताड़ित किया है। यह शिक्षक अपना मूल काम छोड बच्चो को पढाने के अतिरिक्त वह सब करते है जो उन्हें नही करना चाहिए,कुल मिलाकर इनको ने काम कांग्रेस के पहलवान का किया है और वेतन मध्यप्रदेश शासन से ली है।
फोटो एक जगह एक बयान अलग अलग
इस संबंध में जब शिक्षक परवेज खान से बात की तो उन्होंने कहा कि कुछ काम की वजह से रविवार को औपचारिक मुलाकात के लिए हम लोग विधायक जी के पास गए थे वही शिक्षक अरविंद वर्मा ने कहा कि 16 तारीख को विधायक जी ने बुलाया था इसलिए गए थे, शिक्षक होने के नाते उन्होंने सभी को माला डालकर सम्मान भी किया था। इस विषय पर जब यशपाल सिंह से बात की तो उन्होंने अपनी सफाई में कहा वायरल हुई विधायक जी से हमारी सामान्य मुलाकात शनिवार को हुई थी हम वहां गए थे। यहां बता दे की सभी का फोटो एक साथ एक ही दिन और समय का है लेकिन सबके बयान अलग-अलग हैं।
प्योर कांग्रेसी भाजपा में शामिल हुए है
इस मामले को लेकर पूर्व मंडल अध्यक्ष भाजपा खनियाधाना रामकरण सिंह यादव से बात की तो उन्होंने कहा कि पूरे कांग्रेसी ही भाजपा में आ गए हैं, जिससे पुराने कार्यकर्ता अंदरुनी रूप से नाराज हो रहे हैं भाजपा में सब कुछ संगठन ही है लेकिन उनके आने के बारे में संगठन में भी नहीं पूछा गया जो भाजपा के लोग इन कांग्रेसियों को पार्टी में ला रहे हैं वे उनके दलाल ही है और उन कांग्रेसियों का बचाव कर रहे हैं अर्थात वे हमारे भाजपाई, वास्तव में कांग्रेसी ही है।
उमेश शर्मा बोले-पूर्व विधायक ने भेजा है
बामोर कला मंडल महामंत्री भाजपा उमेश शर्मा बताते हैं कि जो यह शिक्षकों के भाजपा में आने की बात हैं यह पूर्व विधायक के चटूकार हैं, उन्होंने 30 साल में जो जो गलत किया है उसको बचाने के लिए कांग्रेस विधायक ने इन्हें भेज दिया है यह अस्थाई नई भर्ती 2 महीने के लिए ही चालू है।
यह बोली कांग्रेस
खनियाधाना कांग्रेस अध्यक्ष सलीम खान से बात की तो उन्होंने कहा कि यह शिक्षक कांग्रेसी मानसिकता के है। कोई समूह कोई कंट्रोल आदि संचालित करते हैं और यह प्रताड़ित हो रहे थे, जो कांग्रेसी बीजेपी में जा रहे हैं सिर्फ अपने बचाव के लिए जा रहे हैं प्रताड़ित होकर सरेंडर हो रहे हैं उन पर झूठे मुकदमे लगाए जा रहे हैं।
समाजसेवा नही व्यक्तिगत स्वार्थ है
इस मामले में पिछोर कांग्रेस अध्यक्ष कृष्णकांत छिरोलिया से पूछा कि विधानसभा निर्वाचन को 3 महीने ही हुए हैं कांग्रेसी भाजपा में क्यों जा रहे हैं तो उन्होंने कहा कि जो भाजपा में चले गए या जा रहे हैं उनका व्यक्तिगत स्वार्थ है कि अगर वह नहीं जाएंगे तो उनके काम धंधा नहीं चल पाएंगे। वैसे यहां पार्षदों में सौरभ गुप्ता सागर घावरी और (सुरेश जाटव पार्षद पति) ही भाजपा में गए हैं हालांकि इस पूरे मामले को देखा जाए तो कोई अपनी कुर्सी बचाने के फेर में तो कोई जायज नाजायज काम धंधा चलाने के फेर में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जा रहा है।
जिन्होने दमन किया अब उनको ही पुष्पहार
जिसका भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता अपने नेताओं से फोन पर तो मीटिंग में विरोध दर्ज कर रहे हैं सूत्रों के अनुसार कई बड़े जातिगत संगठन ऐसी स्थिति में बगावत की तैयारी भी कर रहे हैं उनका कहना है कि बरसों से हम भाजपा में कार्य कर रहे हैं और गिने-चुने कुछ कांग्रेसियों का विरोध अत्याचार पिछले 30 साल से झेलते आए हैं अब वहीं भाजपा में आकर अपना रुतबा कायम कर हिसाब किताब बिगाड़ना चाहते हैं जो ठीक नहीं है।
यह बोले शिकायतकर्ता
इस संबंध में शिकायतकर्ता समाजसेवी युवा नेता कृष्णम दुबे ने बताया कि खनियाधाना के शासकीय विद्यालयों में पदस्थ अरविंद वर्मा, परवेज खान, यशपाल सिंह,अनिल पाराशर आदि 30 वर्षीय कांग्रेस मानसिकता तथा कांग्रेस विधायक के बेहद नजदीकी माने जाते है, जिनके प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से स्व सहायता समूह मध्यान भोजन हेतु तथा अन्य कार्य संचालित हो रहे हैं। कुछ दिनों पहले उनके समूहों पर शिकायत मिलने पर हटाने संबंधी जांच और कार्रवाई की गई थी ये शिक्षक गण आचार संहिता के दौरान 17 मार्च को पिछोर रेस्ट हाउस में भाजपा विधायक प्रीतम सिंह लोधी के पास पहुंचे माला पहनकर इन्होंने अब भाजपा के लिए कार्य करने की बात भी कही ऐसे में यह आचार संहिता का उल्लंघन है और शिकायतकर्ताओं ने शिक्षकों पर तत्काल जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है।
इस मामले को लेकर विधायक प्रीतम सिंह लोधी से बात तो उन्होंने कहा कि मुझे जानकारी नहीं है कि यह लोग शिक्षक है।