शिवपुरी। खबर शिवपुरी के लिए चौंकाने वाली है कि बैराड़ में लॉर्ड लखेश्वर स्कूल के संचालक रघुवीर धाकड़ की बेटी का अपहरण राजस्थान के शिक्षा के काशी कहे जाने वाले कोटा सिटी से हुआ है। बालिका कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रही थी। अपहरण कर्ताओ ने स्टूडेंट के पिता के फोन पर स्टूडेंट के फोटो भेजे है,साथ में 30 लाख रुपए की डिमांड और बैंक अकाउंट नंबर भी सेंड किए है। इस अपहरण में जो सबसे चौकाने वाली बात है वह यह कि परिजनो ने जिस कोचिंग संस्थान और हॉस्टल में रहने और पढ़ने का दावा किया है उन सस्थानो के मालिको ने स्टूडेंट के एडमिशन ना होने की बात कही है।
बैराड़ नगर में लॉर्ड लखेश्वर हायर सेकेंडरी स्कूल के संचालक रघुवीर धाकड़ के मोबाइल पर सोमवार की सुबह कुछ फोटो व्हाट्सएप पर आए,रघुवीर ने इस फोटो को देखा तो उनके होश उड़ गए,क्योंकि यह फोटो और वीडियो उनकी कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रही बेटी काव्या धाकड़ के थे। फोटो और वीडियो में रघुवीर की बेटी काव्या धाकड़ के हाथ पैर बंधे थे और उसके मुंह से खून निकल रहा था। साथ में मैसेज आया है कि बेटी का अपहरण हो चुका है,सकुशल वापसी के लिए 30 लाख रुपए की डिमांड की है साथ मे पैसे जमा करने के लिए बैंक अकाउंट की डिटेल भी दी है।
बताया जा रहा है कि रघुवीर धाकड़ ने इस मामले की सूचना कोटा पुलिस को दी और अपहरणकर्ताओं की व्हाट्सएप वाली पूरी डिटेल भी सेंड की,कोटा पुलिस इस सूचना पर जांच में लग गई।
रघुवीर धाकड ने कोटा पुलिस को बताया कि सितंबर 2023 में उन्होंने सिटी मॉल के पीछे स्थित कोचिंग संस्थान में अपनी बालिका काव्या धाकड़ का एडमिशन करवाया था। इस दौरान बालिका की मां और उनका भतीजा आया था। साथ ही काव्या धाकड़ को एक हॉस्टल में रुकवाया था, जिस हॉस्टल का नाम परिजन ले रहे हैं, उसके मालिक पारस कुमार जैन का कहना है कि बालिका उनके यहां कभी नहीं रुकी है। जिस कोचिंग संस्थान में पढ़ने का दावा कर रहे हैं, उसके कोटा कैंपस के निदेशक दिनेश जैन का कहना है कि पुलिस ने भी पूरी जांच कर ली है. बालिका का किसी तरह का कोई एडमिशन ऑनलाइन और ऑफलाइन उनके यहां पर नहीं हुआ है।
व्हाट्सएप पर आया धमकी भरा मैसेज
बालिका के पिता का कहना है कि वह कोटा आने से पहले 2 साल इंदौर में पढ़ती थी और इसके बाद मेडिकल एंट्रेंस की तैयारी करने के लिए कोटा उसे छोड़कर गए थे, वह बीते साल दिवाली पर भी अपने घर गई थी. इसके बाद सोमवार सुबह उन्हें यह व्हाट्सएप मैसेज मिला है, जिसमें बालिका के हाथ पैर और मुंह बंधे हुआ फोटो था. साथ ही 30 लाख रुपए की डिमांड की गई थी।
पुलिस की पड़ताल जारी
इस पूरे मामले पर विज्ञान नगर थाना अधिकारी सतीश चंद्र का कहना है कि परिजनों ने अभी किसी तरह की कोई रिपोर्ट नहीं दी है, लेकिन हमने जांच पड़ताल की है. परिजनों की दी गई सूचना को वेरीफाई किया जा रहा है और फिलहाल जांच व अनुसंधान जारी है। जिन नंबरों से मैसेज आया है, उनका भी तकनीकी अनुसंधान किया जा रहा है।