शिवपुरी। खबर शिवपुरी शहर के पुलिस अधीक्षक कार्यालय से मिल रही हैं जहां आज एक महिला अपनी बेटी के साथ शिकायत लेकर पहुंची कि मेरे पति की मृत्यु आज से 8 साल पहले एक्सीडेंट से हो गई थी। जिसके बाद मुझे मेरे ससुरालियों ने केवल 1 साल ही सही रखा था और उसके बाद मुझे और मेरी दो बेटियों और दो छोटे छोटे बेटों को घर से मारपीट कर निकाल दिया गया था।
मेरी सास मेरे पति के नाम की 13 बीघा जमीन मुझे नहीं दे रही हैं कहती हैं तेरा पति नहीं रहा तो अब तेरी जमीन भी नहीं रही जा यहां से, और मेरे पति की पत्नी बन कर मेरी सास ने अपने नाम जमीन करवा ली। थाने पर भी कोई सुनवाई नहीं की गई।
जानकारी के अनुसार निवासी दरोनी हाल निवासी ग्राम खेड़ा थाना बेलगढा जिला ग्वालियर की रहने वाली आशकी रावत पत्नी स्व. ईश्वरलाल रावत पुत्री लक्ष्मण सिंह रावत ने बताया कि आज से लगभग मेरी शादी 20 साल पहले हुई थी। और उसके उपरांत मेरे यहां चार बच्चे हुए दो बेटियां और दो बेटे, मेरी ससुराल में सब मुझे ठीक ठाक रखते थे, लेकिन आज से करीब 8 साल पहले ही मेरे पति ईश्वरलाल की एक्सीडेंट मैं मौत हो गई।
पति की मौत के बाद मुझे मेरे ससुरालियों ने केवल 1 साल रखा था और एक साल बाद मुझे घर से मारपीट कर निकाल दिया गया। जिसके बाद में अपने मायके भितरवार चली गई और अपने मां बाप के यहां रहने गई,लेकिन मैं अपने माता पिता के साथ कब तक उन पर बोझ बनकर रहती,इसलिए मैंने अपने ससुरालियों से अपने पति के नाम के हिस्से की जमीन मांगी, लेकिन मेरे सास और ससुर ने साफ इंकार कर दिया की अब ये जमीन तुम्हारी नहीं रही, तुम्हारा पति था तब तक ये जमीन तुम्हारी थी, लेकिन अब यह जमीन हमारी हैं।
तथा उसके बाद मुझे पता चला कि मेरी सास ने मेरे पति की पत्नी बनकर अपने नाम जमीन करवा ली, यानी की मेरी जगह अपने आपको रखकर फर्जी तरीके से अपने नाम जमीन करवा ली और मुझे बेघर कर दिया और फिर मुझे भितरवार में एक किराये का कमरा लेकर रहना पड़ रहा हैं और मेहनत मजदूरी करके अपने बच्चों का पेट भर रही हूं, मेरे पास कोई दूसरा ऑप्शन भी नहीं और और मेरे ससुरालियों ने कोर्ट में भी फाईल लगा दी और तब से मैं अभी तक जमानत कर रही हूं और मैं थाना सिरसौद जाती हूं तो वहां पर मेरी कोई भी सुनवाई नहीं की जाती हैं मैं काफी परेशान हो चुकी हूं, मेरे बच्चों को भी ये सभी लोग परेशान करते हैं।