SHIVPURI स्वास्थ्य विभाग का घोटालेबाज फजल खान की नियुक्ति फर्जी ,CMHO जांच में बचा रहे है भ्रष्टाचारियों को

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी जिले के पिछोर ब्लॉक में आशा कार्यकर्ताओं की प्रोत्साहन राशि के भुगतान में लगभग 20 लाख रुपए का घोटाला करने वाले पिछोर स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ कम्प्यूटर आपरेटर फजल खान की नियुक्ति पर सवाल खड़े होने लगे है,इस मामले को लेकर एक शिकायत जेडी कार्यालय में की गई है वही शिकायतकर्ता का कहना है कि सीएमएचओ डॉ पवन जैन इस डाटा कांण्ड में फसे अन्य गई घोटालेबाज स्वास्थय कर्मियों को बचाने की जुगाड में लग गए है।

पहले समझे घोटाले को-यहां भी  CMHO की कृपा

 ग्रामीण स्तर पर प्रसूताओं की जांच व सुरक्षित डिलीवरी, परिवार नियोजन सहित अन्य कार्यों के लिए आशा कार्यकर्ताओं की नियुक्तियां की गई हैं। कार्य के आधार पर कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाता है। पिछोर ब्लॉक में साल 2022-23 और 2023-24 में आशा कार्यकर्ताओं की प्रोत्साहन राशि के भुगतान की राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन स्तर से जांच हुई तो शिवपुरी जिले के पिछोर ब्लॉक में ज्यादा भुगतान सामने आया।

विभागीय जांच कराई तो 48 आशा कार्यकर्ताओं की एंट्री फर्जी पाई गई। 30 खातों में 19 लाख 37 हजार 750 रु. का भुगतान नियम विरुद्ध पाया गया। दरअसल डाटा एंट्री ऑपरेटर फजल अहमद को सीएमएचओ शिवपुरी द्वारा नियम विरुद्ध अकाउंटेंट का चार्ज सौंपा गया था। इसका फायदा फजल अहमद ने उठाया और 19.37 लाख रु. के गबन को अंजाम दे दिया। आखिरकार आठ महीने चली लेतलाली के बाद विभाग ने डाटा एंट्री ऑपरेटर फजल अहमद के साथ-साथ बीएमओ व बीपीएम के खिलाफ भी धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करा दिया है।
 

सीएमएचओ छुपा रहे है जानकारी,जेडी कार्यालय में भी अनुपस्थित

पिछोर के रहने वाले आरटीआई कार्यकर्ता संजीव पुरोहित ने पिछोर में पदस्थ कम्प्यूटर आपरेटर फजल   के नियुक्ति संबंधी दस्तावेज सूचना के अधिकार से लेने के लिए 23 अगस्त को सीएमएचओ कार्यालय शिवपुरी में आवेदन किया था,लेकिन सीएमएचओ कार्यालय इन दस्तावेजों को उपलब्ध नहीं करा रहा है। आवेदन कर्ता का कहना है कि मैने इस मामले को लेकर अपील जेडी कार्यालय ग्वालियर में की थी। जेडी कार्यालय से दस्तावेज लेकर स्वयं सीएमएचओ को उपस्थित होने के दो बार पत्र जारी कर चुका है लेकिन सीएमएचओ ना ही दस्तावेज उपलब्ध कराए है और ना ही स्वयं उपस्थित हुए है।

सीएमएचओ घोटालेबाजो को बचा रहे है

संजीव पुरोहित का कहना है कि सीएमएचओ डॉ फजल खान को नियम विरुद्ध अकाउंटेंट का चार्ज दिया इसी कारण वह इतना बड़ा घोटाला कर गया। वही यह घोटाला पिछले 4 वर्ष से चल रहा है इसलिए इसमें 4 साल में पदस्थ बीएमओ व बीपीएम दोषी है,उन सभी पर कार्यवाही होनी चाहिए। विभागीय जांच में डाटा एंट्री ऑपरेटर फजल अहमद के संग तत्कालीन BMO  डॉ अमर सिंह व बीपीएम पुष्पेंद्र सिंह राय पर पिछोर थाने में एफआईआर दर्ज की है,लेकिन डॉ अमर सिंह बीएमओ पिछोर मात्र 6 माह से है इससे पूर्व भी कई बीएमओ ओर बीपीएम रहे है उन पर मामला दर्ज नहीं किया और ना ही उनके खिलाफ जांच शुरू की है,मेरी आरटीआई के दस्तावेज मिलते है तो बाकी बचे अन्य अधिकारी भी इसमें फंसते नजर आऐगें,इसलिए ही मेरी आरटीआई की जानकारी सीएमएचओ डॉ पवन जैन नही दे रहे है।