गीता पब्लिक स्कूल में 40 स्टूडेंट का मिड ब्रेन एक्टिवेशन का बेच तैयार, आंखो पर पट्टी बांधकर करेगें कमाल

Bhopal Samachar

शिवपुरी। आज गीता पब्लिक स्कूल द्वारा विद्यार्थियों के लिए मिड ब्रेन एक्टिवेशन के इंपॉर्टेंस को समझते हुए स्कूल के सिलेक्टेड 40 विद्यार्थियों का पहला बैच तैयार किया गया है। इस बैच को ग्वालियर से आई खुशबू यादव व डॉ. चंद्रकांत यादव ने ट्रेनिंग दी। इसके लिए विद्यार्थियों को पहले मार्चिंग करवाई गई। उसके बाद अलग-अलग तरह की ब्रेन एक्सरसाइज जैसे कि बार्बी क्यू रोल, अल्टरनेट हैंड, हैमर आयरन एंड मार्चिंग, टैप टैप, स्क्वायर सर्किल के जरिए ब्रेन जिम व डांसिंग के बाद शांत तथा विश्राम पूर्ण भाव दशा में ले जाया गया। इसके बाद बच्चों से ऑब्जेक्ट आइडेंटिफिकेशन कराया गया जिसके पॉजिटिव रिजल्ट्स मिले।

मिड ब्रेन एक्टिवेशन की ट्रेनर खुशबू यादव ने बताया मिड ब्रेन एक्टिवेशन, ध्यान और विज्ञान के संयोग से विकसित एक तकनीक है। इसके ज़रिए, सबसे पहले बच्चे के दिमाग को अल्फ़ा तरंग की स्टेज में लाया जाता है। इस अवस्था में, मिड-ब्रेन चेतन और अवचेतन मन के बीच ब्रिज का काम करने लगता है।  

मिड ब्रेन में दो हिस्से होते हैं, बायां हिस्सा लॉजिकल और दायां हिस्सा क्रिएटिव होता है। मिड ब्रेन के दोनों हिस्सों को जब जोड़ दिया जाता है, तो इसे मिड ब्रेन एक्टिवेशन कहते हैं। इससे मेमोरी पावर, एकाग्रता, आत्मविश्वास, रचनात्मकता बढ़ती है और तनाव प्रबंधन में भी मदद मिलती है।
 
गीता पब्लिक स्कूल के डारेक्टर पवन शर्मा ने कहा कि मिड-ब्रेन सक्रिय होने से मेमोरी, कॉन्सेंट्रेशन, विजुअलाइजेशन, इमेजिनेशन, क्रिएटिविटी, जल्दी पढ़ने की कला जाग्रत हो जाती है। यह पूरी प्रक्रिया वैज्ञानिक प्रणाली पर आधारित है। अगर बच्चे अपनी पढ़ाई पर एकाग्रता हासिल करते है तो वह अपने लक्ष्य की पूर्ति कर सकते है,यह तकनीक आगे की कम्पटीशन एग्जाम में रामबाण साबित होगा,वही इस ट्रेनिंग से बच्चे आंखो पर पट्टी बांधकर वह सब काम कर सकते है जो खुली आंखो से होता है। अगर इस तकनीक के परिणाम पॉजिटिव रहे तो स्कूल के सभी स्टूडेंट को इसकी ट्रेनिंग दी जाऐगी।