शिवपुरी। राज्य शिक्षा केंद्र के निर्देश पर जिले के कक्षा 6 से 8 वीं तक पढ़ने वाले माध्यमिक शिक्षकों के द्वितीय चरण के प्रशिक्षण का शुक्रवार को समापन किया गया। नई शिक्षा नीति के पाठ्यक्रम को लेकर जिले के आठों विकासखंडों में 29 जनवरी से 2 फरवरी तक सेवाकालीन प्रशिक्षण आयोजित हुआ जिसमें जिले के 671 शिक्षकों में से 622 शिक्षकों ने हिस्सा लिया।
शिवपुरी बीआरसीसी बालकृष्ण ओझा ने बताया कि डीपीसी विवेक श्रीवास्तव के निर्देशन में शिवपुरी ब्लॉक के 90 शिक्षकों में से 82 शिक्षकों ने द्वितीय चरण का प्रशिक्षण हासिल किया वहीं 8 शिक्षक गैरहाजिर रहे। इस दौरान मास्टर ट्रेनरों द्वारा शिक्षकों को रोल प्ले और हुक तकनीक के जरिए छात्रों को कक्षा में सक्रिय रखने की 8 तकनीक सिखाई गई।यह प्रशिक्षण पूरी तरह से नई शिक्षा नीति के विजन और उद्देश्य पर फोकस किया गया था। प्रशिक्षण के समापन पर डीपीसी विवेक श्रीवास्तव, बीईओ मनोज निगम,बीआरसीसी बालकृष्ण ओझा, बीएसी दिनेश गुप्ता व ब्लॉक स्तरीय समिति के बीएसी राजेश खत्री,सीएसी दिनकर नीखरा, प्रदीप शर्मा व हेमंत खटीक सहित मास्टर ट्रेनर व प्रशिक्षणार्थी मौजूद थे।
शिक्षकों को पढ़ाई एनईपी के पाठ्यक्रम के तहत सीखने सिखाने की प्रक्रिया
शिवपुरी बीआरसीसी बालकृष्ण ओझा ने बताया कि शुक्रवार को शहर के शासकीय माध्यमिक विद्यालय मोहनी सागर में 82 माध्यमिक शिक्षकों के पांच दिवसीय प्रशिक्षण का समापन हुआ। प्रशिक्षण में भोपाल से ट्रेनिंग लेकर आए मास्टर ट्रेनर निर्मल जैन, दिलीप त्रिवेदी, युसूफ खान व विनोद अग्रवाल ने शिक्षकों के समूह बनाकर नई शिक्षा नीति के संबंध में विचार लिए गए।
इसके बाद शिक्षकों के चार समूह बनाकर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर समूह कार्य कराया गया। इस समूह कार्य के पश्चात राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर एक क्विज आयोजित किया गया जिसमें शिक्षकों द्वारा पूरे मनोयोग से सहभागिता की गई। खास बात यह रही कि हुक तकनीक को समझाकर शिक्षकों से समूह कार्य की गतिविधि और प्रस्तुतीकरण कराया गया।
गतिविधियों के साथ सिखाई गई छात्रों को सक्रिय रखने की हुक तकनीक
जिला शिक्षा केंद्र के एपीसी मुकेश पाठक ने बताया कि शहर के मोहनी सागर स्कूल में माध्यमिक शिक्षकों के द्वितीय चरण का प्रशिक्षण दो कक्षों में आयोजित किया गया। इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण में शिक्षकों को चार-चार के समूह बनाकर राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर समूह कार्य कराया गया। वही रोल प्ले के प्रस्तुतीकरण के बाद अंतिम सत्र में हुक तकनीक के जरिए शिक्षकों को समझाया गया कि किस तरह से पाठ योजना की विषय वस्तु से छात्रों को जोड़ा जाए।
इस दौरान कक्षा में छात्रों को सक्रिय रखने की आठ तकनीकों पर चर्चा की गई जिसमें हुक एक रोचक शुरुआत, प्रभावी निर्देश, प्रभावी चर्चा, प्रश्नों का महत्व- निर्माण व प्रकार, समझ की जांच, छात्र का स्वयं व साथी का आंकलन, कक्षा में सकारात्मक भाषा व अंतिम तकनीक रचनात्मक फीडबैक की जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण के समापन पर बांटे गए शिक्षकों को प्रमाण पत्र
शहर के एकीकृत शासकीय माध्यमिक विद्यालय मोहनी सागर में शुक्रवार को माध्यमिक शिक्षकों के प्रशिक्षण के समापन अवसर पर सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस दौरान डीपीसी विवेक श्रीवास्तव, विकासखंड शिक्षा अधिकारी मनोज निगम व बीआरसीसी बालकृष्ण ओझा द्वारा प्रमाण पत्र बांटे गए। जिला शिक्षा केंद्र के डीपीसी विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के विजन पर आधारित द्वितीय चरण का प्रशिक्षण सभी ब्लॉकों में दो बैचों में आयोजित किया गया जिसमें जिले के सभी माध्यमिक शिक्षकों ने हिस्सा लिया।