शिवपुरी। मध्य प्रदेश शिक्षा मंडल की 10वीं और 12वीं क्लास के बोर्ड एग्जाम 5 फरवरी से शुरू होने वाली है। परिक्षाओ में नकल रोकने के लिए इस बार कलेक्टर के प्रतिनिधि के रूप में शिक्षा विभाग के अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारियों को परीक्षा केन्द्र पर नियुक्ति किया है,लेकिन इतनी व्यवस्था के बावजूद भी पोहरी विधानसभा में नकल होने की फूल चांस है,इसलिए राष्ट्रीय भ्रष्टाचार उन्मूलन समिति ने पोहरी विधानसभा में बनाए गए बोर्ड परीक्षा सेंटरो के पर्यवेक्षक और ड्यूटी में लगाए शिक्षकों की ड्यूटी बदलने की मांग की है।
जैसा कि विदित है कि बैराड का निजी स्कूल लखेश्वर उमावि बैराड की मान्यता निरस्त कर दी थी यह स्कूल बैराड़ को बदनाम करता था इस स्कूल में बच्चों का पास कराने का ठेका भी लिया जाता था लेकिन इसकी मान्यता समाप्त के बाद लॉर्ड लखेश्वर उमावि बैराड का जन्म हो गया।
पिछले वर्ष शिक्षा माफिया द्वारा इस वर्ष पुलिस थाना विहीन ग्रामीण क्षेत्र शा.उ.मा.वि.गाजीगढ़ को परीक्षा केन्द्र बनवा लिया था। परन्तु बाद में शिकायत पर जिलाधीश महोदय के हस्तक्षेप पर हटा दिया गया। इस बार परीक्षा केन्द्र क्रमांक 161021 शा.उ. मा. वि. भटनावर एवं केन्द्र क्रमांक 161080 शा.कन्या.उ.मा.वि. पोहरी का बोर्ड परीक्षा को केन्द्र बनाया गया है लेकिन इन दोनों केंद्रों पर बैराड़ संकुल केंद्र के शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई जिससे संभावना व्यक्त की जा रही है कि इन केंद्रों पर नकल हो सकती है।
माध्यमिक शिक्षा मण्डल भोपाल के निर्देश है कि परीक्षा में पर्यवेक्षक शिक्षक स्थानीय जन शिक्षा केंद्र या संकुल का होना चाहिये। परन्तु उक्त दोनों परीक्षा केन्द्रों पर पर्यवेक्षक (शिक्षक) जन शिक्षा केन्द्र गोवर्धन, गाजीगढ़ एवं बैराड़ स्कूल के है।
शिकायत कर्ता ने कहा है कि यह सब कार्य प्रशासनिक व्यक्तियों को गुमराह एवं अंधेरे में रखकर पूरा चक्रव्यूह शिक्षा विभाग के जिलाधिकारी, परीक्षा कक्ष में कार्य करने वाले एवं बीईओ पोहरी द्वारा किया गया है। जो जांच का विषय है। राष्ट्रीय भ्रष्टाचार उन्मूलन समिति ने मांग ही है कि दोनों केंद्रों के पर्यवेक्षक और शिक्षकों की ड्यूटी हटाने जाए। परीक्षा केन्द्रों पर पोहरी ओर छर्च क्षेत्र के शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाए। वही परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाए जिससे बिना नकल के यह परीक्षाएं संपन्न हो सके।