शिवपुरी। कहने को शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में मेडिकल कॉलेज का अस्पताल है लेकिन एक दिल के दर्द में राहत देने वाला कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर नहीं है। शिवपुरी के सरकारी अस्पताल में आईसीयू में सामान्य मरीजों को भर्ती कर उनका उपचार किया जाता है। कई बार शिवपुरी जिले में एक कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर की मांग उठ चुकी है लेकिन यह मांग पूरी नहीं हुई है। शिवपुरी के दिल और दिमाग के मरीजो की विधायक देवेंद्र जैन ने चिंता करते हुए शिवपुरी विधानसभा में सवाल उठाया है।
पहले पढ़िए सवाल
मेडिकल कॉलेज शिवपुरी में कॉडियोलॉजिस्ट एवं न्यूरो न्यूरोलॉजिस्ट के कुल कितने पद किस दिनांक से स्वीकृत है। वर्तमान में स्वीकृत पदों पर कितने कार्डियोलॉजिस्ट एवं न्यूरोलॉजिस्ट पदस्थ हैं और कितने पद रिक्त हैै। पदस्थ चिकित्सकों के नाम सहित सूची प्रदान करें। प्रश्न के अनुसार यदि वर्तमान में कार्डियोलॉजिस्ट एवं न्यूरोलॉजिस्ट पदस्थ नहीं है, तो उसका क्या कारण है।
इनकी पदस्थापना किस स्तर से की जानी है क्या मेडिकल कॉलेज को कार्डियोलॉजिस्ट एवं न्यूरोलॉजिस्ट नहीं है,यदि है तो इनकी पदस्थापना हेतु हेतु अब तक की गई कार्यवाही की जानकारी है दे। कार्डियोलॉजिस्ट एवं न्यूरोलॉजिस्ट की पदस्थापना कब तक कर दी जाएगी,स्पष्ट बताए।
विगत एक वर्ष में मेडिकल कॉलेज शिवपुरी से कार्डियोलॉजी एवं न्यूरोलॉजी की बीमारी से संबंधित कितने मरीजों को ग्वालियर अथवा अन्य चिकित्सा संस्थानों हेतु रैफर किया गया है संख्यात्मक जानकारी प्रदान करे।
शिवपुरी मेडिकल काॅलेज पर करोडो रूपए खर्च कर दिए गए है,लेकिन दिल और दिमाग के मरीजों के लिए स्पेशलिस्ट डॉक्टर नहीं है और इसका सजा शिवपुरी के मरीजों को झेलनी पडती है,कई मामलों में समाने आया है कि हार्ट अटैक के मरीजों को रेफर ग्वालियर किया गया है लेकिन उनकी रास्ते में ही मौत हो गई। शिवपुरी जिले में कार्डियोलॉजी डॉक्टर की अत्यंत आवश्यकता है,इसकी कई बार मांग की जा चुकी है।
वही शिवपुरी जिले कोटा-झांसी और ग्वालियर इंदौर फोरलेन से जुडा है,प्रतिदिन हादसे होते है और एक्सीडेंट के अधिकांश केसो में न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर की आवश्यकता होती है,लेकिन शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर नहीं होने के कारण मरीज का उपचार सही तरीके से नही हो पाता है उसे भी शिवपुरी से ग्वालियर रेफर करना पडता है, जिससे कई मरीजो की रास्ते में मौत हो जाती है और कई मरीजों को इलाज की देरी का दंश जीवन भर झेलना पडता है,इस कारण शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन ने इस जनहित और लोगो की जीवन और मौत से जुड़े इस लोकहित मामले को विधानसभा में उठाया है जिससे सरकार के संज्ञान में यह मामला आए।