SHIVPURI NEWS - शिक्षा सत्र खत्म होने की ओर और विभाग अभी तक नही दे सका बच्चो का गणवेश

Bhopal Samachar

 संजीव जाट @ बदरवास। सरकारी काम और योजनाएं किस कदर बेदम होकर औंधे मुंह पड़ी हैं इसका सबसे सटीक और नौनिहालों से खिलवाड़ करता हुआ उदाहरण है स्कूली बच्चों को मिलने वाली गणवेश। ये गणवेश सत्र के प्रारंभ में ही मिलने थी लेकिन 9 माह बीतने के बाद भी स्कूल आने वाले नन्हे मुन्ने छात्र छात्राओं को अभी तक नहीं मिली है। और इसी महीने वार्षिक परीक्षा हैं और सत्र समाप्त होने को है।

जानकारी के अनुसार शासन द्वारा संचालित प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में पढ़ रहे कक्षा 1से 8 तक के बच्चों को शासन से निशुल्क दो जोड़ी गणवेश मिलती है। गणवेश वितरण का काम कई वर्षों से लापरवाही की भेंट चढ़ चुका है और गत वर्षो में भी  गणवेश वितरण लापरवाही की भेंट चढ़कर सत्र समाप्ति पर वितरण हुआ था। 

हद तो इस सत्र 2023–24 में हो गई है। जिसमें अभी तक कोई भी हलचल नहीं हो रही है। वर्तमान सत्र का प्रारंभ जून 2023 से प्रारंभ हुआ था तभी नन्हे मुन्ने बच्चों को दो जोड़ी गणवेश या फिर इसकी राशि 600 रुपए मिलनी थी लेकिन अब सत्र खत्म होने को है क्योंकि प्राइमरी और मिडिल के बच्चों की परीक्षाएं इसी महीने 27 फरवरी से शुरू हो रही हैं।जब बच्चे परीक्षाएं देकर ही चले जायेंगे तो फिर गणवेश वितरण कब और किस होगा।

सत्र समाप्ति पर,9 माह गुजरे लेकिन बिना ड्रेस के रहे बच्चे
शिक्षा सत्र 9 माह गुजर चुका है लेकिन बदरवास विकासखंड के किसी भी स्कूल में शिक्षा विभाग द्वारा अब तक गणवेश नहीं भेजी गई है न ही छात्र छात्राओं को गणवेश खरीदने राशि दी गई है। इसके चलते छात्र छात्राएं परेशान हैं और उनके अभिभावक भी स्कूलों मैं  चक्कर लगा रहे हैं। स्कूलों में छात्र छात्राएं बिना गणवेश पढ़ने आ रहे हैं। सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों को शिक्षा विभाग दो गणवेश खरीदने के लिए 600 रुपए देता है को कि स्वसहायता समूहों को दी जाती है जो कि दो जोड़ी ड्रेस सिलकर स्कूलों में पढ़ रहे छात्र छात्राओं को देते हैं। लेकिन इस वर्ष न तो गणवेश मिली और न ही कोई प्रक्रिया प्रारंभ हो पाई है।

विभाग की लापरवाही और लेटलतीफी का खामियाजा भुगत रहे नौनिहाल
सरकारी लापरवाही का इससे बड़ा क्या उदाहरण होगा कि को गणवेश सत्र प्रारंभ होते ही स्कूली बच्चों को मिलनी थी वो सत्र समाप्ति तक भी नहीं मिल सकी।गणवेश नहीं मिलने से बच्चे रंग बिरंगे कपड़े पहनकर स्कूल आ रहे हैं और विभाग के कर्ता धर्ताओं के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही। सरकारी योजनाओं को पलीता लगाने का काम शिक्षा विभाग बखूबी कर रहा है तभी तो नन्हे मुन्ने बच्चों से जुड़ी इस योजना पर इस विभाग का कोई ध्यान नहीं है और संवेदनशील सरकार की जमीनी योजना गणवेश वितरण न कर सरकार की मंशा पर प्रश्न चिन्ह लगा रहा है।

यह है गणवेश वितरण की प्रक्रिया
शिक्षा विभाग कक्षा 1 से 8 तक पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को हर साल एक सत्र के दौरान दो गणवेश खरीदने के लिए 600 रुपए देता है को कि जिलों में स्व सहायता समूह  को उनके खातों में राशि भेजता था। स्व सहायता समूह गणवेश सिलकर स्कूलों में प्रति विद्यार्थी दो जोड़ी गणवेश भेजते थे जिन्हें बच्चे पहनते थे। 9 माह निकलकर सत्र समाप्ति पर है लेकिन शिक्षा विभाग से अब तक किसी भी स्कूल को गणवेश नहीं मिली है।

ब्लॉक के लगभग 22 हजार छात्र छात्राएं वंचित हैं गणवेश से
बदरवास विकासखंड में 267 प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल हैं। इनमें लगभग 22 हजार से अधिक छात्र छात्राएं अध्ययनरत हैं। इन सभी  स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे पूरे सत्र से बिना गणवेश के स्कूल आ रहे हैं। उनमें से अधिकांश गरीब वर्ग के बच्चे फटे कपड़ों में स्कूल पहुंच रहे हैं। और यह सत्र बच्चों को बिना गणवेश के पूरा ही निकल गया। मासूमों के गणवेश वितरण में घोर लापरवाही बरती जा रही है और जिम्मेदार धृतराष्ट्र बने नौनिहालों के साथ हो रहे तमाशे को देख रहे हैं।


जिला परियोजना समन्वयक विवेक श्रीवास्तव से बातचीत
प्रश्न1– वर्तमान सत्र समाप्त होने को है, कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को अभी तक ड्रेस नहीं मिली है, क्यों?
जवाब– ड्रेस वितरण का काम एनआरएलएम और एसआरएलएम का है।वो ही इसकी व्यवस्था देखते देखते हैं।में पता करता हूं।

प्रश्न 2– जब सत्र ही समाप्त हो जायेगा तो विभाग एड्रेस किसे  बांटेगा?
जवाब– बात सही है, में एनआरएलएम से हमें प्राप्त होगी तो हम तुरंत वितरण करा देंगे।

प्रश्न 3–इस वर्ष की ड्रेस अगर अगले सत्र में बंटेगी तो बच्चों की नाप के अनुसार नहीं होगी क्योंकि सालभर में बच्चे बड़े हो जाते हैं।
जवाब–आपकी बात सही है। ड्रेस वितरण में देर तो हुई है।

प्रश्न 4– ड्रेस न मिलने से बच्चे पूरे वर्ष बिना गणवेश के आए इसका जिम्मेदार कौन है।
जवाब– अब जिम्मेदारी किसकी है ये तो मैं नहीं बता सकता। फिर भी पता करता हूं।

प्रश्न5–आपके द्वारा अभी तक कोई पत्र या कार्यवाही गणवेश के संबंध में की गई है।
जवाब–इस संबंध में ऑफिस से जानकारी लेकर बताता हूं।


सहायक ब्लॉक प्रबंधक एनआरएलएम राजकुमार शर्मा से बातचीत
प्रश्न- अभी तक गणवेश का वितरण क्यों नहीं हुआ ?
जवाब–सत्र 2022–23 का वितरण हो चुका है। और वर्तमान की तैयारी है।

प्रश्न2–सत्र समाप्ति पर है ड्रेस किसको बांटोगे ?
जवाब– हमें शासन से राशि देर से प्राप्त हुई है।ड्रेस सिलाई का काम चल रहा है। ड्रेस अगले सत्र तक बांट देंगे।

प्रश्न–देर से वितरण होने ड्रेस के साइज की समस्या रहेगी ?
जवाब– काम चल रहा है। बजट देर से मिला था।