बैराड। बैराड़ नगर परिषद के वार्ड नंबर 8 में सुबह 5 बजे उठ कर 60 वर्षीय बुजुर्ग रोज की तरह किचन में आकर चाय बनाने के लिए गैस चूल्हा जलाया तो आग भड़क गई और बुजुर्ग उसकी चपेट आ गया।
बुजुर्ग के चिल्लाने की आवाज सुन कर उसकी पत्नी बचाने आई और पहले सिलेंडर में लगे रेगुलेटर को बंद किया और फिर आग बुझाई। इस दौरान महिला भी झुलस गई। दोनों को इलाज के लिए ग्वालियर रेफर किया गया।
जानकारी के अनुसार बैराड़ के वार्ड नंबर 8 मोहना पोहरी रोड में रहने वाले होटल व्यवसाई
ओमप्रकाश गुप्ता सुबह 5 बजे रोज की तरह उठकर चाय बनाने के लिए किचन में गए और जैसे ही गैस चालू की तो गैस सिलेंडर में लगे गैस पाइप में आग भड़क गई। आग की चपेट में आने पर ओमप्रकाश झुलस गए और चिल्लाने लगे।
ओमप्रकाश के चिल्लाने की आवाज सुनकर उनकी पत्नी ने उन्हें बचाने आए और गैस सिलेंडर में लगे रेगुलेटर को सबसे पहले बंद किया और पति को बचाया। इस दौरान उनकी पत्नी भी झुलस गई। जिसके बाद दोनों को पहले बैराड़ अस्पताल और वहां से ग्वालियर रेफर कर दिया। घर के अन्य सदस्यों ने बताया कि गैस की लेजम में गड्ढे हो रहे थे संभवत चूल्हों ने लेजम को काटा होगा।
बुजुर्ग के चिल्लाने की आवाज सुन कर उसकी पत्नी बचाने आई और पहले सिलेंडर में लगे रेगुलेटर को बंद किया और फिर आग बुझाई। इस दौरान महिला भी झुलस गई। दोनों को इलाज के लिए ग्वालियर रेफर किया गया।
जानकारी के अनुसार बैराड़ के वार्ड नंबर 8 मोहना पोहरी रोड में रहने वाले होटल व्यवसाई
ओमप्रकाश गुप्ता सुबह 5 बजे रोज की तरह उठकर चाय बनाने के लिए किचन में गए और जैसे ही गैस चालू की तो गैस सिलेंडर में लगे गैस पाइप में आग भड़क गई। आग की चपेट में आने पर ओमप्रकाश झुलस गए और चिल्लाने लगे।
ओमप्रकाश के चिल्लाने की आवाज सुनकर उनकी पत्नी ने उन्हें बचाने आए और गैस सिलेंडर में लगे रेगुलेटर को सबसे पहले बंद किया और पति को बचाया। इस दौरान उनकी पत्नी भी झुलस गई। जिसके बाद दोनों को पहले बैराड़ अस्पताल और वहां से ग्वालियर रेफर कर दिया। घर के अन्य सदस्यों ने बताया कि गैस की लेजम में गड्ढे हो रहे थे संभवत चूल्हों ने लेजम को काटा होगा।