शिवपुरी। पोहरी विधायक कैलाश कुशवाह ने विधानसभा में ध्यानाकर्षण लगाकर आदिवासी सरपंचों को सचिव और रोजगार सहायकों द्वारा परेशान करने का आरोप लगाते हुए सरकार को घेरा है। विधायक के विधानसभा में ध्यानाकर्षण लगाने के बाद पंचायत राज संचालनालय के अपर सचिव ने जिला पंचायत सीईओ को पत्र लिखकर इसके संबंध में उत्तर मांगा है।
पोहरी विधायक कुशवाह का कहना है कि उनका क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य है और कई पंचायतों में आदिवासी सरपंच हैं जो कम पढ़े लिखे या फिर अनपढ़ होने के कारण पंचायतों के सचिव व रोजगार सहायक उनके फर्जी हस्ताक्षर करवा कर या उनके संज्ञान में लाए बिना ही पैसों का आहरण कर भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहे हैं। इसके अलावा अगर सरपंच सचिव अथवा रोजगार सहायक का विरोध करते हैं तो वह उनके साथ मारपीट करने तक से पीछे नहीं आते हैं। विधायक कैलाश कुशवाह ने हाल ही में ग्राम पंचायत सतनवाड़ा खुर्द में रोजगार सहायक अतबल धाकड़ द्वारा पंचायत की सरपंच विद्या आदिवासी की मारपीट के मामले को विधानसभा में उठाते हुए इस पंचायत में किए गए भ्रष्टाचार पर सरकार का जवाब मांगा है।
इसके अलावा विधायक कुशवाह ने उनकी विधानसभा के उपसिल में आदिवासी सरपंच को दरकिनार कर वहां के सचिव मस्तराम धाकड़ द्वारा की जा रही पंचायत के मामले पर भी सरकार को घेरते हुए सवाल किया है। विधायक का आरोप है कि मस्तराम धाकड़ पर जिम्मेदार सिर्फ इसलिए कार्रवाई नहीं कर रहे हैं क्योंकि वह पूर्व मंत्री सुरेश राठखेड़ा के भाई हैं। उनके अनुसार यही हाल उनकी विधानसभा की कई पंचायतों में हैं। उन्होंने सरकार से इन हालातों को सुधारने के लिए विधानसभा में ध्यानाकर्षण लगाया है।
नशा खरीदने वालों की जगह बेचने वालों को पकड़ा जाए
विधायक कैलाश कुशवाह ने विधानसभा में नशे के खिलाफ भी आवाज उठाई। उन्होंने मांग रखी कि नशा खरीदने वालों की जगह नशा बेचने वालों को पकड़ा जाए तो जिले के हालात सुधरेंगे। नशे की आसानी से उपलब्ध होने से युवा बर्बाद हो रहे हैं। विधायक ने जंगलों की अवैध कटाई को लेकर भी विधानसभा में आवाज उठाते हुए मांग रखी थी कि उनके क्षेत्र में करीब 10 हजार बीघा जंगल को काटकर खेती कराई जा रही है।
पोहरी विधायक कुशवाह का कहना है कि उनका क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य है और कई पंचायतों में आदिवासी सरपंच हैं जो कम पढ़े लिखे या फिर अनपढ़ होने के कारण पंचायतों के सचिव व रोजगार सहायक उनके फर्जी हस्ताक्षर करवा कर या उनके संज्ञान में लाए बिना ही पैसों का आहरण कर भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहे हैं। इसके अलावा अगर सरपंच सचिव अथवा रोजगार सहायक का विरोध करते हैं तो वह उनके साथ मारपीट करने तक से पीछे नहीं आते हैं। विधायक कैलाश कुशवाह ने हाल ही में ग्राम पंचायत सतनवाड़ा खुर्द में रोजगार सहायक अतबल धाकड़ द्वारा पंचायत की सरपंच विद्या आदिवासी की मारपीट के मामले को विधानसभा में उठाते हुए इस पंचायत में किए गए भ्रष्टाचार पर सरकार का जवाब मांगा है।
इसके अलावा विधायक कुशवाह ने उनकी विधानसभा के उपसिल में आदिवासी सरपंच को दरकिनार कर वहां के सचिव मस्तराम धाकड़ द्वारा की जा रही पंचायत के मामले पर भी सरकार को घेरते हुए सवाल किया है। विधायक का आरोप है कि मस्तराम धाकड़ पर जिम्मेदार सिर्फ इसलिए कार्रवाई नहीं कर रहे हैं क्योंकि वह पूर्व मंत्री सुरेश राठखेड़ा के भाई हैं। उनके अनुसार यही हाल उनकी विधानसभा की कई पंचायतों में हैं। उन्होंने सरकार से इन हालातों को सुधारने के लिए विधानसभा में ध्यानाकर्षण लगाया है।
नशा खरीदने वालों की जगह बेचने वालों को पकड़ा जाए
विधायक कैलाश कुशवाह ने विधानसभा में नशे के खिलाफ भी आवाज उठाई। उन्होंने मांग रखी कि नशा खरीदने वालों की जगह नशा बेचने वालों को पकड़ा जाए तो जिले के हालात सुधरेंगे। नशे की आसानी से उपलब्ध होने से युवा बर्बाद हो रहे हैं। विधायक ने जंगलों की अवैध कटाई को लेकर भी विधानसभा में आवाज उठाते हुए मांग रखी थी कि उनके क्षेत्र में करीब 10 हजार बीघा जंगल को काटकर खेती कराई जा रही है।