SHIVPURI NEWS - शिशुपाल की मौत का कारण बना मायापुर पुलिस पर जानलेवा हमले की वजह, शिकायत कटवाने का दबाव

Bhopal Samachar
शिवपुरी। शिवपुरी जिले की बीते 24 घंटे की सबसे बड़ी खबर मायापुर पुलिस पार्टी पर हमले की रही। यह हमले की जड़ शिशुपाल लोधी के मौत के मामले में परिजनों ने गांव के कुछ लोगों पर हत्या के आरोप लगाए थे और पुलिस ने 302 के तहत मामला दर्ज किया था। पुलिस ने इन हत्यारोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही थी,इसी मामले को लेकर परिजनों ने मायापुर पुलिस के खिलाफ सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की थी,इसी शिकायत को कटवाने को लेकर शिकायत कर्ता के घर पहुंची थी पुलिस इस शिकायत को कटवाने के दबाव में यह बलावा काण्ड होने की जानकारी मिल रही है।

समझे: शिशुपाल लोधी के मामले में कायम मर्ग के मामले को

अगस्त 2023 में बनियानी निवासी शिशुपाल पुत्र हरवान सिंह लोधी उम्र 32 साल निवासी बनियानी फांसी के फंदे पर लटका मिला था,शिशुपाल लोधी के परिजनो ने चक्का जाम करते हुए पुलिस पर प्रेशन बनाकर दिग्विजय सिंह निवासी दबियाजगन,बालकुमार, धर्मेन्द्र, अमित, अनिल, भरत, अशवेन्द्र, उमेश, करन सिंह, लालाराम, हजरत, अमोल लोधी निवासीगण बनियानी के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज करवा दिया था।

इस मामले में पुलिस द्वारा छह महीने बाद भी सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है। इसी के चलते संबंधित परिवार द्वारा पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। बताया जा रहा है कि पुलिस संबंधितों पर इसी शिकायत को कटवाने का दबाव बना रही थी। इसी क्रम में मौके पर पहुंची पुलिस के दबाव की परिणति के रूप में यह पूरा घटनाक्रम घटित हुआ। वहीं पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और इसी के चलते पुलिस गांव गई थी। वही मायापुर का कहना कि जांच और पीएम रिपोर्ट में शिशुपाल की मौत फांसी लगने के कारण हुई है,किसी भी प्रकार के मेडिकल रिपोर्ट नहीं बता रही है कि शिशुपाल की हत्या हुई है।

शिकायत कटवाने के दबाव पर मचा यह बबाल

बताया जा रहा है कि मंगलवार को सीएम हेल्पलाइन को कटवाने के लिए एएसआई प्रताप सिंह गुर्जर, आरक्षक चन्द्र भान सिंह, पुलिस वाहन का चालक क्षेत्रपाल यादव बनियानी गांव में सुबह करीब 11 बजे पहुंचे थे। जहां पुलिस वाहन को राजेन्द्र लोधी के घर के पास रोका गया था।

पुलिस ने राजेंद्र से इस शिकायत के संबंध में बातचीत की तो राजेंद्र भड़क गया और आगबबूला होकर घर में घुसा और गालियां बकते हुए हाथ में कुल्हाड़ी लेकर बाहर आ गया। कुछ ही देर में राजेंद्र का भाई आनंद लोधी,सचेन्द्र लोधी, राजेन्द्र की पत्नि जयन्ति लोधी, अवस्थाबाई लोधी और 3-4 अन्य लोग भी मौके पर आ गए कुछ के हाथों में कुल्हाड़ी थी तो कुछ लोगों के हाथों में लाठी डंडे थे। सभी ने मिलकर लाठी,डंडों और कुल्हाड़ी से हमला बोल दिया।