SHIVPURI NEWS - गंदगी के ढेर पर बैठा शहर, नहीं मना सके SDM भी, अब पानी भी नहीं मिलेगा

Bhopal Samachar

शिवपुरी। नगर पालिका शिवपुरी जो शहर की मूलभूत समस्याओं का निराकरण करती है लेकिन शिवपुरी नगर पालिका में पार्षद और नगर पालिका अध्यक्ष के बीच शीत युद्ध जारी है वही नपा के सफाई कर्मियों ने अपनी मांगो को लेकर झाड़ू बंद कर दिया है और अब पंप आपरेटरों ने शहर में पानी की सप्लाई देना बंद कर कर दिया है। 

इस कारण जहां शहर गंदगी के ढेर पर बैठ गया और जनमानस के कंठ प्यास नही बुझ रही है। इस समस्या के निराकरण के लिए एसडीएम अनूप श्रीवास्तव ने नगर पालिका में मंगलवार को सफाई कर्मियों से बातचीत की लेकिन वह नहीं माने। सफाई कर्मी और पंप आपरेटरों का कहना है कि जब तक मांगे मंजूर नहीं तब तक काम शुरू नही। 

अपनी वेतन सबंधी मांगो को लेकर शनिवार से अचानक सफाई कर्मियों ने हड़ताल शुरू कर दी,शनिवार को जहां उन्होंने सफाई नहीं की, वहीं रविवार को अवकाश था। सोमवार. मंगलवार को भी कचरे के ढेर वाडों में यथावत रहे। ऐसे में चार दिन से गंदगी की सफाई न होने से शहर में बुरे हालात है।

पानी की सप्लाई पर भी मंगलवार को पंप अटेंडर ने रोक लगा दी। पानी सप्लाई करने वाले पंप अटेंडर मनीष सेन ने कहा कि लंबे अरसे से उनकी वेतन का भुगतान नहीं हुआ है। न्यायालय से स्वीकृत हो जाने के बाद भी कोर्ट से निर्धारित की गई राशि आज तक पंप अटेंडर को नहीं दी गई है। नतीजा यह है कि पंप अटेंडर का घर चलना मुश्किल हो गया है। ऐसे में कब तक इन हालातों पर वह काम करेंगे। इसलिए हर कर्मचारी चाहता है कि उसे सुख सुविधा मिले और वह भी लोगों को बेहतर सेवाएं दें। लेकिन जब कर्मचारी ही दुखी होगा, वेतन तीन.तीन महीने से नहीं पाएगा, तो फिर काम कैसे करेगा। 

पंप अटेंडर मनीष सेन ने बताया कि अधिकारियों के साथ हुई बैठक में कुछ बातचीत तो बनी, लेकिन समाधान शून्य रहा। वह इस वजह से क्योंकि उनकी किसी भी मांग को पूरी तरह माना नहीं गया। इतना आवश्यक कहा कि बुधवार को इस संबंध में फाइनल निर्णय होगा, लेकिन पंप अटेंडर ने भी निर्णय लिया है कि वह बुधवार को शहर में पानी की सप्लाई नहीं करेंगे।

सफाई कर्मचारियों की ओर से अपाक्स के नेता कमल किशोर कोड़े ने कहा कि हम अपनी मांगों को प्रशासन के समक्ष रख चुके हैं। कोई सुनवाई नहीं हो रही। वेतन तक कर्मचारियों को नहीं दिया जा रहा है। हमने बैठक में प्रशासन को बताया कि वह 15 दिन में एनपीएस का रिकॉर्ड दे। कच्चे कर्मचारी हैं, उनको वेतन का निर्धारण पक्के रूप में करेंगे। ऐसे 35 कर्मचारी जिनकी 36 साल पहले नियुक्ति हुई और उन्हें अब तक लाभ नहीं दिए गए उनके मुद्दे को भी उठाया और इस पर भी समाधान देने की बात कही।

सफाई कर्मचारियों का वेतन चार दिन में देने की बात कही है, पर हमने भी अधिकारियों से सीधा कह दिया कि हमारी सभी मांगों को पूरा नहीं किया तो बुधवार को भी हड़ताल जारी रहेगी। वही पंप अ टेंडर भी हड़ताल को लेकर अडिग हैं। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जाएगा और वेतन सही समय से नहीं दिया जाएगा तब तक वह पानी सप्लाई रोकेंगे मंगलवार को भी पानी सप्लाई नहीं की है, और बुधवार को भी हड़ताल जारी रहेगी।