शिवपुरी। शहर में भीख मांगने वाले, कबाड़ बीनने वाले, मजदूरी करने वाले बच्चों को चिन्हित कर स्कूल भेजा जाएगा। यह निर्णय बाल कल्याण समिति की बैठक में लिया गया है। इसके लिए बच्चों का रेस्क्यू आपरेशन चलाया जाएगा। बीते दिनों इसके लिए रेलवे सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई।
बैठक में आरपीएफ के एएसआई प्रकाश सोलंकी ने बताया कि रेलवे स्टेशन परिसर के अंदर और पटरियों के बीच कई बच्चों को कबाड़ पन्नी बीनते दिखते है, कई बार ये बच्चे रेलवे के समान को भी चुराने का प्रयास करते है। बच्चों का पटरियों पर होना जोखिम पूर्ण है, उन्हें कई बार समझाया किंतु वे नहीं मानते। एक दो दिन बाद फिर आ जाते है।
बच्चों को संरक्षण में लिया जाएगा
बैठक में तय किया गया कि रेलवे स्टेशन के आसपास या रेल पटरियों पर कबाड़ बीनने वाले या स्टेशन पर भीख मांगने वाले बच्चों को संरक्षण में लेकर बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करें, जिससे उन बच्चों और परिजनों को समझाकर शिक्षा से जोड़ा जा सके। बाल कल्याण समिति सदस्य रविन्द्र ओझा ने देखभाल और संरक्षण के जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा और पुनर्वास में समिति की भूमिका की जानकारी दी।
बैठक के दौरान बाल संरक्षण अधिकारी राघवेंद्र शर्मा ने बताया कि सरकार ने सड़क पर रहने वाले बच्चों के पुनर्वास के लिए नीति तैयार की है, जिसके तहत शिक्षा से दूर मुश्किल हालातों में रहने वाले बच्चों को चिंहित कर उन्हें शिक्षा से जोड़ने के व्यवस्था की गई है। भीख मांगने वाले, कबाड़ बीनने वाले तथा मजदूरी करने वाले बच्चों के लिए शीघ्र ही रेस्क्यू आपरेशन शुरू होगा। इस बैठक में स्टेशन प्रबंधक आरएस मीना, बाल कल्याण समिति सदस्य रविन्द्र कुमार ओझा,बाल संरक्षण अधिकारी राघवेंद्र शर्मा, आरपीएफ एएसआई प्रकाश सोलंकी,प्रआ धीरज कुमार के अलावा आरपीएफ एवं जीआरपी स्टाफ शामिल रहा।