नरवर। नरवर जनपद में आने वाली पंचायत में बने 8 खेत तालाब अब धरातल पर नहीं है। इन तालाबों के लिए सरकारी खाते से 25 लाख का आहरण हो चुका है,बताया जा रहा है कि तालाब वाले स्थान पर फसल उग रही है,इस मामले की शिकायत कलेक्टर को की गई है,मामले की जांच शुरू हो चुकी है और सचिव सहित उपयंत्री को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत पनानेर में सन 2021-22 में 8 खेत डग पोंड (तालाब) की स्वीकृति मिली थी। इन तालाबो का निर्माण भी सरकारी दास्तोवेजो में किया जा चुका है, और लगभग 25 लाख की राशि का आहरण भी किया जा चुका है। ग्रामीणों का कहना है कि मौके पर यह तालाब नहीं मिल रहे है और इस स्थान पर अब फसले भी खडी है।
जनसुनवाई के माध्यम से दिनांक को कलेकटर शिवपुरी को ग्रामीणो ने शिकायत दर्ज कराई थी कि ग्राम पंचायत के पनानेर पंचायत में लक्ष्मण के खेत के पास ग्राम विरिया सुनवाई वर्क कोड 2327 स्वीकृत राशि 2.50 लाख एवं कार्य पर आहरण राशि 2.73 लाख,कमलसिंह गौर के खेत के पास ग्राम खिरिया सुतवई वर्क कोड 2326 स्वीकृत राशि 3.50 लाख एवं कार्य पर आहरण राशि 3.54 लाख,मलखान मिर्धा के खेत के पास ग्राम पनागैर वर्क कोड 6689 स्वीकृत राशि 4.47 लाख एवं कार्य पर आहरण राशि 3.30 लाख रु,मातादीन जाटव के खेत के पास ग्राम खिरिया सुनवई वर्क कोड 4741 स्वीकृत राशि 3.50 लाख एवं कार्य पर आहरण राशि 3.27 लाख रूपए, हरबरण एवं केशव के खेत के पास ग्राम पनानेर वर्क कोड 6689 स्वीकृत राशि 3.50 लाख एवं कार्य पर आहरण राशि 2.59 लाख रु ,अतरसिंह निर्धा के खेत के पास ग्राम पनानेर वर्क कोड 0296 स्वीकृत राशि 3.63 लाख एवं कार्य पर आहरण राशि 2.56 लाख रू, गुलाब बाधम के खेत के पास ग्राम खिरिया सुनवई वर्क कोड 4743 स्वीकृत राशि 3.56 लाख एवं कार्य पर आहरण राशि 3.24 लाख रुण् ओर बल्देव मिर्धा के खेत के पास ग्राम पनानैर वर्क कोड 0895 स्वीकृत राशि 3.50 लाख एवं कार्य पर आहरण राशि 2.47 लाख रूपए हुई है इस प्रकर कुल रााशि लगभग 25 लाख रूपए आई है।
शिकायतकर्ता का कहना था कि पंचायत सचिव महेन्द्र सिंह वैश्य और सब इंजीनियर दिनेश सिंह ने मिलकर इन स्वीकृत तालाबो का निर्माण नहीं कराया है और दोनो ने गांव की आदिवासी सरपंच रामवती आदिवासी को गुमराह कर राशि का आहरण कर लिया है। इन निर्माण कार्यो की देख रेख सबइंजीनियर दिनेश सिंह कुशवाह ने की है,इस मामले में बताया जा रहा है कि जिला पंचायत सीईओ ने नोटिस जारी कर जांच शुरू कर दी है।