SHIVPURI NEWS - मेडिकल कॉलेज शिवपुरी में 45 दिन तक तड़प-तड़प कर महात्मा कमलगिरी की मौत

Bhopal Samachar
शिवपुरी। शिवपुरी मेडिकल कॉलेज बनने से पूर्व ही विवादों में आ गया था,आनन फानन में कोरोना काल में शुरू किया गया मेडिकल कॉलेज को मौत के ताबूत की संज्ञा दी थी। कॉलेज की कार्यप्रणाली आज भी विवादों में है,खबर मिल रही है कि मेडिकल कॉलेज में भर्ती एक महात्मा की गंभीर लापरवाही के चलते तडप तडप के मौत हो गई। महात्मा के की मौत से पूर्व उनके शिष्य को 181 पर शिकायत की थी कि तत्काल ऑपरेशन नहीं तो मेरे गुरु की मौत हो सकती है।

जानकारी के अनुसार सिंह निवास गांव में स्थित मंदिर पर पूजा करने वाले महात्मा कमल गिरी गोस्वामी उम्र 70 साल के सीधे पैर की पिंडली पर फोड़ा हुआ था,बताया जा रहा है कि एक माह तक अपने स्तर पर इलाज कराने के बाद जब फोडा सही नहीं हुआ तो उनके शिष्य कल्याण गोस्वामी ने मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया था। कल्याण गिरी ने बताया कि गुरूजी को 16 दिसंबर को मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया था।

दस दिनो तक सामान्य इलाज करने के बाद डॉक्टरों ने कहा कि एमआरआई करानी पडेगी,इसके बाद बाजार से एमआरआई करवाई उसके बाद 15 दिनों तक कैंसर की जांच के लिए लटकाया गया। महात्मा के शिष्य कल्याण गोस्वामी का कहना था कि जब कैंसर की जांच आ गई तो यह तय हुआ कि ऑपरेशन करना पड़ेगा,इस जांच में शंका थी कि कैंसर हो सकता है,हमने डॉक्टरों से कहा था कि आप तो घुटने से पैर काट दो।

लेकिन ऑपरेशन के नाम पर पूरे 10 दिन और लटकाया गया आखिर अंत में 30 JAN को महात्मा कमलगिरी की मौत हो गई। यह पूरा मामला मेडिकल कॉलेज के डीन के संज्ञान में,इस मामले को लेकर लगभग 10 बार उनसे बात भी हुई थी। ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर प्रतिदिन ऑपरेशन करने से टाल रहे थे।

कल्याण गोस्वामी का कहना था कि इस मामले को लेकर 27 फरवरी को सीएम हेल्पलाइन ( 25829469 )में शिकायत की थी कि अगर तत्काल ऑपरेशन नहीं हुआ तो महात्माजी की मौत हो जाएगी,बिल्कुल ऐसा ही हुआ,केस को आपरेट नहीं किया गया तो 30 फरवरी का महात्माजी की मौत हो गई,महात्माजी की मौत के बाद मेरे को सूचना नहीं दी उनके परिजनों को आनन फानन में एंबुलेंस बुलाकर शव सौंप दिया। अब 181 कटवाने के लिए प्रेशर डाला जा रहा है।