शिवपुरी। शिवपुरी जिले का मौसम पल पल बदल रहा है,बीते रविवार को सूर्यदेव प्रकट नहीं हए और दिन भर अवकाश पर रहे। पहाडो पर हो रही बर्फबारी से जिले में 18 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चल रही ठंडी हवाएं लोगों में ठिठुरन महसूस रही है। सोमवार और मंगलवार को जिले के आसमान में बादल और बरसात होने का मौसम का पूर्वानुमान लगाया जा रहा है। दिन और रात के तापमान में दोगुने का अंतर है।
रविवार की सुबह से आसमान पर बादल छाए हुए थे तथा सुबह 8 बजे हल्की धूप निकली, लेकिन उसकी गर्माहट का अहसास कम रहा, क्योंकि चलने वाली हवाओं में ठंडक घुली हुई थी। चूंकि आसमान पर बादल थे तथा कामकाजी लोग गर्म कपड़े पहनकर ही गए। हालांकि मौसम में हुए इस बदलाव के बीच तापमान में अधिक बदलाव नहीं आया तथा अधिकतम तापमान 26 व न्यूनतम 13 डिग्री सेल्सियस रहा।
पल-पल बदल रहे मौसम के बीच बैक्टीरिया-वायरस भी सक्रिय हो गए तथा सर्दी-जुकाम के मरीज बढ़ने लगे हैं। कश्मीर में हो रही बर्फबारी की वजह से चलने वाली हवाओं में ठंडक घुली हुई है। हालांकि मौसम विभाग ने जो पूर्वानुमान बताया है, उसके अनुसार अब आने वाले दिनों वि में तापमान बढ़ेगा और गर्मी आएगी।
ओपीडी में बढ़े मरीज
मौसम के इस उतार-चढ़ाव के बीच जिला अस्पताल में जहां सामान्य दिनों में ओपीडी 500- 600 तक हुआ करती थी, वो अब कुछ दिन से 1 हजार 1200 तक पहुंच रही है। सर्दी-जुकाम के साथ ही वायरल फीवर के मरीज भी इन दिनों बढ़ गए हैं और इसकी मुख्य वजह तापमान के ऊपर-नीचे होने से बैक्टीरिया-वायरस का अधिक सक्रिय होना है।
रविवार की सुबह से आसमान पर बादल छाए हुए थे तथा सुबह 8 बजे हल्की धूप निकली, लेकिन उसकी गर्माहट का अहसास कम रहा, क्योंकि चलने वाली हवाओं में ठंडक घुली हुई थी। चूंकि आसमान पर बादल थे तथा कामकाजी लोग गर्म कपड़े पहनकर ही गए। हालांकि मौसम में हुए इस बदलाव के बीच तापमान में अधिक बदलाव नहीं आया तथा अधिकतम तापमान 26 व न्यूनतम 13 डिग्री सेल्सियस रहा।
पल-पल बदल रहे मौसम के बीच बैक्टीरिया-वायरस भी सक्रिय हो गए तथा सर्दी-जुकाम के मरीज बढ़ने लगे हैं। कश्मीर में हो रही बर्फबारी की वजह से चलने वाली हवाओं में ठंडक घुली हुई है। हालांकि मौसम विभाग ने जो पूर्वानुमान बताया है, उसके अनुसार अब आने वाले दिनों वि में तापमान बढ़ेगा और गर्मी आएगी।
ओपीडी में बढ़े मरीज
मौसम के इस उतार-चढ़ाव के बीच जिला अस्पताल में जहां सामान्य दिनों में ओपीडी 500- 600 तक हुआ करती थी, वो अब कुछ दिन से 1 हजार 1200 तक पहुंच रही है। सर्दी-जुकाम के साथ ही वायरल फीवर के मरीज भी इन दिनों बढ़ गए हैं और इसकी मुख्य वजह तापमान के ऊपर-नीचे होने से बैक्टीरिया-वायरस का अधिक सक्रिय होना है।