संजीव जाट.@ बदरवास। शिक्षा विभाग भोपाल का फर्जी अपर सचिव बनकर बदरवास ब्लॉक के शिक्षकों को किए गए धमकी भरे फोन कॉल करने और शिक्षिका से 20 हजार रुपए ऐंठने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पुलिस ने फर्जी कॉल करने वाले के मोबाइल नंबर और शिक्षिका के मोबाइल नंबर की सीडीआर, कैफ रिपोर्ट और अकाउंट की जानकारी साइबर सेल से मांगते हुए इस कार्रवाई को गति दी जा रही है।
गौरतलब है कि बदरवास ब्लॉक में सोमवार को कई शिक्षकों, खासकर महिला शिक्षकों को भोपाल से शिक्षा विभाग का फर्जी अपर सचिव सुनील जैन के नाम से फोन किए गए थे। कॉल करने वाले ने शिक्षकों को डरा-धमका कर दहशत फैलाते हुए सूखा राजापुर की शिक्षिका रामदेवी पर कार्रवाई का दवाब बनाते हुए 20 हजार की राशि फोन-पे के माध्यम से ट्रांसफर करा ली थी।
नवनियुक्त शिक्षकों को बनाया ठगी का शिकार
भोपाल से फर्जी अपर सचिव के नाम से फोन कॉल करने वाले ने ऐसे शिक्षकों को ही फोन लगाए थे, जो विभाग में कुछ समय पूर्व नवनियुक्त हुए हैं। ऐसी सभी शिक्षिकाएं, जिन्हें फोन आए थे, वे सभी बदरवास ब्लॉक के विभिन्न स्कूलों में कुछ महीनों पहले ही नियुक्त हुई हैं। विभाग में नया होने से ये शिक्षक फर्जी फोन कॉल करने वाले की धमकी से डर गईं और ठगी का शिकार हो गईं।
शिक्षकों की जानकारी का स्त्रोत ऑनलाइन होने से ठग जुटाते हैं जानकारी
शिक्षा विभाग में सभी शिक्षकों की गोपनीय जानकारी, जिनमें अकाउंट नंबर, मोबाइल नंबर सहित अन्य जानकारियां सहज रूप से एजुकेशन पोर्टल पर उपलब्ध हैं। जिन्हें कोई भी व्यक्ति देख सकता है। इसी का फायदा ये फर्जी फोन कॉल करने वाले उठाकर शिक्षकों के साथ धोखाधड़ी करते हैं।
बोले शिक्षा मंत्री: पता लगवा रहे कॉल करने वाले का
मैने विभागीय अधिकारियों से भी बात की है। जिन नंबरों से फोन आए हैं, उनकी पड़ताल साइबर टीम कर रही है। इस पूरे मामले को प्राथमिकता से संज्ञान में लिया है। पुलिस विभाग की साइबर टीम लगी हुई है। शीघ्र ही जिसने यह कृत्य किया है उसके विरुद्ध कार्रवाई होगी।
उदय प्रताप सिंह, शिक्षा मंत्री मध्यप्रदेश शासन भोपाल
पुलिस खंगाल रही जानकारी
रन्नौद पुलिस ने साइबर सेल से फर्जी फोन कॉल करने वाले के दोनों मोबाइल नंबर, शिक्षिका के मोबाइल नंबर और तीनों नंबरों, जिनसे फोन-पे पर लेनदेन हुआ है, के अकाउंट नंबर की जानकारी, सीडीआर, कैफ रिपोर्ट मांगी हैं।
बैठक लेकर किया शिक्षकों को अलर्ट
बीआरसीसी बदरवास अंगद सिंह तोमर ने पत्रिका में छपी खबर को संज्ञान में लेते हुए रन्नौद में एक बैठक लेकर इस धोखाधड़ी से अवगत कराते हुए शिक्षकों की एक बैठक ली है। जिसमें इस घटना का जिक्र करते हुए सतर्कता बरतने के लिए कहा गया।
संगठन के माध्यम से शिक्षकों को करेंगे जागरुक
शिक्षकों के साथ फर्जी अधिकारी बनकर ऐसी धोखाधड़ी दुर्भाग्यपूर्ण है। शिक्षक संगठनों के माध्यम से हम लोग भी शिक्षकों को फर्जी लोगों से धोखाधड़ी व ठगी से बचाने के लिए जागरूकता का काम करेंगे, ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना का शिकार कोई शिक्षक न हों।
गोविन्द अवस्थी, प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष, प्रांतीय शिक्षक संघ
साइबर सेल से मांगी है जानकारी: थाना प्रभारी
फर्जी अधिकारी बनकर फोन लगाकर शिक्षिका के साथ ठगी के मामले की जांच की जा रही है। मोबाइल नंबरों, अकाउंट नंबर की जानकारी साइबर सेल से मांगी गई है। जानकारी प्राप्त होते ही कार्रवाई की जाएगी।
अरविंद चौहान, थाना प्रभारी, पुलिस थाना रन्नौद
गौरतलब है कि बदरवास ब्लॉक में सोमवार को कई शिक्षकों, खासकर महिला शिक्षकों को भोपाल से शिक्षा विभाग का फर्जी अपर सचिव सुनील जैन के नाम से फोन किए गए थे। कॉल करने वाले ने शिक्षकों को डरा-धमका कर दहशत फैलाते हुए सूखा राजापुर की शिक्षिका रामदेवी पर कार्रवाई का दवाब बनाते हुए 20 हजार की राशि फोन-पे के माध्यम से ट्रांसफर करा ली थी।
नवनियुक्त शिक्षकों को बनाया ठगी का शिकार
भोपाल से फर्जी अपर सचिव के नाम से फोन कॉल करने वाले ने ऐसे शिक्षकों को ही फोन लगाए थे, जो विभाग में कुछ समय पूर्व नवनियुक्त हुए हैं। ऐसी सभी शिक्षिकाएं, जिन्हें फोन आए थे, वे सभी बदरवास ब्लॉक के विभिन्न स्कूलों में कुछ महीनों पहले ही नियुक्त हुई हैं। विभाग में नया होने से ये शिक्षक फर्जी फोन कॉल करने वाले की धमकी से डर गईं और ठगी का शिकार हो गईं।
शिक्षकों की जानकारी का स्त्रोत ऑनलाइन होने से ठग जुटाते हैं जानकारी
शिक्षा विभाग में सभी शिक्षकों की गोपनीय जानकारी, जिनमें अकाउंट नंबर, मोबाइल नंबर सहित अन्य जानकारियां सहज रूप से एजुकेशन पोर्टल पर उपलब्ध हैं। जिन्हें कोई भी व्यक्ति देख सकता है। इसी का फायदा ये फर्जी फोन कॉल करने वाले उठाकर शिक्षकों के साथ धोखाधड़ी करते हैं।
बोले शिक्षा मंत्री: पता लगवा रहे कॉल करने वाले का
मैने विभागीय अधिकारियों से भी बात की है। जिन नंबरों से फोन आए हैं, उनकी पड़ताल साइबर टीम कर रही है। इस पूरे मामले को प्राथमिकता से संज्ञान में लिया है। पुलिस विभाग की साइबर टीम लगी हुई है। शीघ्र ही जिसने यह कृत्य किया है उसके विरुद्ध कार्रवाई होगी।
उदय प्रताप सिंह, शिक्षा मंत्री मध्यप्रदेश शासन भोपाल
पुलिस खंगाल रही जानकारी
रन्नौद पुलिस ने साइबर सेल से फर्जी फोन कॉल करने वाले के दोनों मोबाइल नंबर, शिक्षिका के मोबाइल नंबर और तीनों नंबरों, जिनसे फोन-पे पर लेनदेन हुआ है, के अकाउंट नंबर की जानकारी, सीडीआर, कैफ रिपोर्ट मांगी हैं।
बैठक लेकर किया शिक्षकों को अलर्ट
बीआरसीसी बदरवास अंगद सिंह तोमर ने पत्रिका में छपी खबर को संज्ञान में लेते हुए रन्नौद में एक बैठक लेकर इस धोखाधड़ी से अवगत कराते हुए शिक्षकों की एक बैठक ली है। जिसमें इस घटना का जिक्र करते हुए सतर्कता बरतने के लिए कहा गया।
संगठन के माध्यम से शिक्षकों को करेंगे जागरुक
शिक्षकों के साथ फर्जी अधिकारी बनकर ऐसी धोखाधड़ी दुर्भाग्यपूर्ण है। शिक्षक संगठनों के माध्यम से हम लोग भी शिक्षकों को फर्जी लोगों से धोखाधड़ी व ठगी से बचाने के लिए जागरूकता का काम करेंगे, ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना का शिकार कोई शिक्षक न हों।
गोविन्द अवस्थी, प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष, प्रांतीय शिक्षक संघ
साइबर सेल से मांगी है जानकारी: थाना प्रभारी
फर्जी अधिकारी बनकर फोन लगाकर शिक्षिका के साथ ठगी के मामले की जांच की जा रही है। मोबाइल नंबरों, अकाउंट नंबर की जानकारी साइबर सेल से मांगी गई है। जानकारी प्राप्त होते ही कार्रवाई की जाएगी।
अरविंद चौहान, थाना प्रभारी, पुलिस थाना रन्नौद