शिवपुरी। शिवपुरी जिले में प्रतिदिन कोई ना कोई व्यक्ति ऑनलाइन ठगी का शिकार हो रहा है,प्रतिदिन हमारे सामने मामला आते रहते है,पुलिस और बैक ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए समझाइश देते है,मीडिया भी ठगी के मामले को प्रमुखता से प्रकाशित करते जिससे आप किसी भी प्रकार की ठगी का शिकार ना हो जाए। ठगी से बचने के लिए किसी भी अनजान व्यक्ति के द्वारा भेजे गए बैंक के मैसेज पर विश्वास नही करे पढाई कैसे अनजान व्यक्ति रिश्तेदार बना और 40 हजार रूप ठग लिए।
जानकारी के अनुसार रूहानी निवासी किसान जयपाल सिंह पुत्र रूप सिंह राजावत उम्र 38 साल पर 29 दिसंबर 2023 को किसी अज्ञात व्यक्ति का फोन आया। वह व्यक्ति खुद को जयपाल का ससुराल पक्ष का रिश्तेदार बताने लगा। जब जयपाल ने उसे पहचानने से इंकार किया तो उक्त युवक ने जयपाल की पत्नी से बात की और उसे भरोसा दिला दिया कि वह उनका रिश्तेदार है। इसके बाद उसने जयपाल को बातों-बातों में बहला फुसला कर कहा कि उसे किसी से 50 हजार रुपये लेने हैं, लेकिन उसका फोन पे खराब पड़ा हुआ है इसलिए जयपाल उसे अपना खाता नंबर बता दें। जयपाल ने उस अज्ञात व्यक्ति को अपना मध्यांचल ग्रामीण बैंक का खाता नंबर दे दिया। कुछ ही देर बाद ठग ने जयपाल को 25-25 हजार रुपये के दो फर्जी मैसेज भेजे। ठग ने कुछ देर बाद एक खाता नंबर जयपाल को दिया और कहा कि वह पैसे इस खाते में ट्रांसफर कर दे। जयपाल ने 40 हजार रुपये ठग द्वारा बताए गए खाते में ट्रांसफर किए तो
जयपाल के बैंक से उसके मोबाइल पर 40 हजार रुपये ट्रांसफर का मैसेज आया। जयपाल ने अपने खाते का बैलेंस देखा तो पता चला कि उसके कथित रिश्तेदार द्वारा जो मैसेज उसके मोबाइल पर भेजे गए थे वह पैसा उसके खाते में आया ही नहीं है।
इस पर उसने उस मोबाइल नंबर पर फोन लगाया जिससे उसे फोन किया गया था। ठग फोन पर बात करते हुए उसे बहलाता रहा कि मैसेज फैल हो गया होगा पैसा आ जाएगा, परंतु कोई पैसा उसके खाते में नहीं आया। अंततः जयपाल को यह यकीन हो गया कि उसके साथ ठगी हो गई है। जयपाल के अनुसार उसने बैंक मैनेजर से संपर्क कर वह खाता होल्ड करवा दिया जिसमें पैसा जमा किया गया था।
पुलिस ने डेढ़ महीने बाद दर्ज किया मामला
बकौल जयपाल राजावत इस मामले में पुलिस की भूमिका काफी खराब रही। उसके अनुसार जब घटना दिनांक को ही पुलिस के पास एफआईआर के लिए पहुंचा तो पुलिस ने उसे यह कह कर लौटा दिया कि 40 हजार रुपये की कोई एफआइआर नहीं होती है। तुम एसपी ऑफिस जाओ मामला साइबर क्राइम का है। इस पर जयपाल सिंह राजावत एसपी ऑफिस आया, यहां शिकायत दर्ज कराई लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ और डेढ़ माह तक यहां वहां भटकाने के उपरांत पुलिस ने 20 फरवरी को मामले की शिकायत दर्ज करते हुए अज्ञात आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
जानकारी के अनुसार रूहानी निवासी किसान जयपाल सिंह पुत्र रूप सिंह राजावत उम्र 38 साल पर 29 दिसंबर 2023 को किसी अज्ञात व्यक्ति का फोन आया। वह व्यक्ति खुद को जयपाल का ससुराल पक्ष का रिश्तेदार बताने लगा। जब जयपाल ने उसे पहचानने से इंकार किया तो उक्त युवक ने जयपाल की पत्नी से बात की और उसे भरोसा दिला दिया कि वह उनका रिश्तेदार है। इसके बाद उसने जयपाल को बातों-बातों में बहला फुसला कर कहा कि उसे किसी से 50 हजार रुपये लेने हैं, लेकिन उसका फोन पे खराब पड़ा हुआ है इसलिए जयपाल उसे अपना खाता नंबर बता दें। जयपाल ने उस अज्ञात व्यक्ति को अपना मध्यांचल ग्रामीण बैंक का खाता नंबर दे दिया। कुछ ही देर बाद ठग ने जयपाल को 25-25 हजार रुपये के दो फर्जी मैसेज भेजे। ठग ने कुछ देर बाद एक खाता नंबर जयपाल को दिया और कहा कि वह पैसे इस खाते में ट्रांसफर कर दे। जयपाल ने 40 हजार रुपये ठग द्वारा बताए गए खाते में ट्रांसफर किए तो
जयपाल के बैंक से उसके मोबाइल पर 40 हजार रुपये ट्रांसफर का मैसेज आया। जयपाल ने अपने खाते का बैलेंस देखा तो पता चला कि उसके कथित रिश्तेदार द्वारा जो मैसेज उसके मोबाइल पर भेजे गए थे वह पैसा उसके खाते में आया ही नहीं है।
इस पर उसने उस मोबाइल नंबर पर फोन लगाया जिससे उसे फोन किया गया था। ठग फोन पर बात करते हुए उसे बहलाता रहा कि मैसेज फैल हो गया होगा पैसा आ जाएगा, परंतु कोई पैसा उसके खाते में नहीं आया। अंततः जयपाल को यह यकीन हो गया कि उसके साथ ठगी हो गई है। जयपाल के अनुसार उसने बैंक मैनेजर से संपर्क कर वह खाता होल्ड करवा दिया जिसमें पैसा जमा किया गया था।
पुलिस ने डेढ़ महीने बाद दर्ज किया मामला
बकौल जयपाल राजावत इस मामले में पुलिस की भूमिका काफी खराब रही। उसके अनुसार जब घटना दिनांक को ही पुलिस के पास एफआईआर के लिए पहुंचा तो पुलिस ने उसे यह कह कर लौटा दिया कि 40 हजार रुपये की कोई एफआइआर नहीं होती है। तुम एसपी ऑफिस जाओ मामला साइबर क्राइम का है। इस पर जयपाल सिंह राजावत एसपी ऑफिस आया, यहां शिकायत दर्ज कराई लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ और डेढ़ माह तक यहां वहां भटकाने के उपरांत पुलिस ने 20 फरवरी को मामले की शिकायत दर्ज करते हुए अज्ञात आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।