जल मिशन में मडीखेडा का जल बना बाधा, प्रोजेक्ट में आदिवासी युवाओं को रोजगार का मौका

Bhopal Samachar
शिवपुरी। शिवपुरी जिले में 841 गांव मे शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के जल मिशन योजना 828 करोड़ की लागत से काम बडी तेजी से चल रहा है। इस प्रोजेक्ट के तहत 320 पानी की टंकिया बनना है,इस योजना में घर घर पानी पहुंचाने के लिए 4 हजार किलोमीटर की पाइप लाइन डाली जा रही है जिसमें 1700 किलोमीटर की मैन पाइप लाइन बिछाई जा रही है बाकी लाइन डिस्ट्रीब्यूशन वाली लाइन है। इस योजना के तहत 841 गांव के हर घर में शुद्ध पेयजल तो पहुंचेगा साथ में शिवपुरी जिले के लगभग ढाई हजार आदिवासी युवाओं को रोजगार मिलने की संभावना है।

मेंटेनेंस कार्य करेंगे आदिवासी युवक

जल मिशन योजना के तहत गांव-गांव में पानी पहुंचाने के लिए बनाई जाने वाली टंकियां एवं डिस्ट्रीब्यूशन लाइन सहित अन्य कार्यों के लिए एल एंड टी कंपनी को अलग से कर्मचारी नहीं लाने पड़ेंगे, बल्कि जिले के ही आदिवासी युवक इस कार्य को करेंगे। इसके लिए उन्हें एनटीपीसी कॉलेज में ट्रेनिंग दी जा रही है तथा कंपनी से इस संबंध में बाँड भी हो चुका है कि इन युवकों को प्रोजेक्ट में जॉब देंगे। यह जिले में सहरिया युवाओं के लिए कलेक्टर का नवाचार है।

नल जल योजना वाले गांव को देना होगा पैसा

जल मिशन योजना के तहत 841 गांव में पानी पहुंचाने वाले इस प्रोजेक्ट के तहत जिन गांव में नल जल योजना संचालित है, उन गांव में पानी की टंकियों में पानी का पैसा लिया जाएगा। जबकि अन्य ग्रामों में 60 रुपए प्रति घर के हिसाब से जलकर की वसूली की जाएगी। इसके एवज में उन्हें घर पर ही शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा। घरों तक पानी पहुंचाने की जिम्मेदारी कंपनी की ही रहेगी,कुल मिलाकर यह भी युवाओं को रोजगार के अवसर पैदा हो रहे है।

इंटेकवेल होगा पूरा, तभी आएगा पानी

जिले के 841 गांव में भी शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए पानी मड़ीखेड़ा डैम से ही लिया जाएगा। जिसके लिए इंटेकवेल का काम चल रहा है। बीते वर्ष बारिश कम होने तथा डैम न भर पाने की वजह से इंटेकवेल में वाटर लेवल नही आ पाया, जिसके चलते उसकी फ्लॉटिंग नहीं हो पाई। अब जबकि इंटेकवेल में ही लेवल नहीं आ पाएगा तो जून में पानी पाइप लाइन तक कैसे पहुंचेगा, इसी असमंजस में प्रोजेक्ट के अधिकारी बने हुए हैं।

इनका कहना है

पिछले वर्ष डैम न भर पाने की वजह से इंटेकवेल की फ्लॉटिंग का काम नहीं हो पाया। प्रोजेक्ट का काम जून में पूरा कर लेंगे तथा इंटेकवेल की टेस्टिंग के लिए अलग से पंप आदि से पानी डाला जाएगा। ट्रीटमेंट प्लांट बन गया तथा फसल कटने के बाद पाइप लाइन डालने का काम भी हो जाएगा।
अनंत शर्मा, प्रभारी, जल मिशन प्रोजेक्ट