मोहन सिंह शिवपुरी। जिला चिकित्सालय शिवपुरी के पिछला गेट का रास्ता करीब तीन माह से खराब पड़ा था जिससे नसबंदी कराने आने वाली महिलाओं के लिए यह असहनीय दर्द का कारण था जनता के हित की इस खबर का शिवपुरी समाचार ने दो बार प्रकाशन किया इसके बाद आज यह बन कर तैयार हो गया है। अब यहा लोह के गोल पाइप का जाल बना कर लगा दिया गया है जिससे अब आसानी से वाहन गुजर जाते है।
जिला अस्पताल के पिछले गेट का रास्ता करीब तीन माह से खराब पड़ा था यहा पहले लोहे के छोटे गोल पाइप लगे थे जिसमें से कुछ बीच के पाइप चोरी हो गए थे इसके बाद यहा नसबंदी कराने के लिए आने वाली महिलाओं के लिए यह परेशानी का कारण बना हुआ था यहा महिलाओं के असहनीय दर्द का सहन करना पडता था इस गेट से गुजरते समय ऑटो का टायर इस गेट के जाल में फंस कर रह जाता था जिसके बाद ऑटो को धक्का लगाकर निकालना पडता था।
जनहित की इस समस्या को कुछ लोगों ने शिवपुरी समाचार को बताया इसके बाद शिवपुरी समाचार ने इसका पहला प्रकाशन दिनांक 19 दिसंबर को किया और अधिकारियों के संज्ञान में यह जन हित का मामला लाया इसके बाद जब अधिकारियों ने काम में लेत लाली की तो फिर 5 जनवरी को एक बार अधिकारियों से बात कर इसको फिर से उठाया और फिर प्रकाशन किया और फिर आज यह रास्ता महिलाओं के लिए ठीक हो गया। अब इस रास्ते पर महिलाओं को असहनीय दर्द नहीं झेलना पढेगा।
अभी यह और बनी हुई है समस्या, गर्मियों में होगी और अधिक परेशानी
जिला चिकित्सालय शिवपुरी में नसबंदी रूम के बाहर नसबंदी कराने आने वाली महिला के साथ आने वाले लोगों के लिए बैठने की व्यवस्था न होने के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड रहा है। सिस्टम ऐसा है कि नसबंदी कराने आने वाली महिलाओं के परिजन धरती पर बैठने और लेटने के लिए मजबूर होना पड़ता है। नसबंदी वाले रूप के बाहर लोगों के बैठने तक की व्यवस्था नहीं है। परिजनों के साथ आने वाले छोटे - छोटे बच्चों को भी परिजन धरती पर सुलाने के लिए मजबूर है। यहां न तो पानी की कोई व्यवस्था है और ना ही कोई साफ सफाई की कोई व्यवस्था है। अस्पताल प्रबंधन ने मैनेजमेंट के नाम पर लाखो रुपये खत्म कर दिये लेकिन सवाल यहां पर यह भी उठता है कि अभी तक इन परेशानियों का समाधान क्यों नहीं हो सका है।