SHIVPURI NEWS - स्वस्ति मेहुल के स्वप्न में रच गया था, मेरे राम आएंगे, मां सीता संग लाएंगे

Bhopal Samachar
शिवपुरी। आज अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का भव्य और गौरवपूर्ण विधि विधान से आयोजन संपन्न हो गया है। 22 जनवरी से पूर्व देश में शीत लहर चल रही थी लेकिन उससे भारी रामलहर थी। इसी राम लहर में कई गीत आपने सुने होंगे लेकिन मेरे राम आएंगे,मा सीता संग लाएंगे,भ्रात लक्ष्मण और भक्त हनुमान आएंगे। यह गीत सबसे ज्यादा लोकप्रिय और तेजी से वायरल हुआ।

खास बात यह है कि भगवान राम की भक्ति पर केंद्रित इस गीत को जब स्वस्ति मेहुल ने गाया तो उसे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सुना और ट्वीट कर कहा अद्भुत हृदयस्पर्शी भाव, जो जन.जन के लिए भक्ति को प्रेरित करेगा। स्वस्ति का यह भजन एक बार सुन लें तो कानों में गूंजता रहता है। आंखों को आंसुओं से और मन को भावों से भर देता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्वीट करने के बाद यह गीत राष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रियता हासिल कर गया और अधिकांश सोशल साइट्स पर इस गीत को अब न केवल लोग सुन रहे हैं वरन इस पर अपनी रील और वीडियो बनाकर पोस्ट भी कर रहे हैं।

शिवपुरी शहर के महल कॉलोनी में महावीर जिनालय के महामंत्री चंद्रसेन जैन की नातिन और स्मृतिशेष अरविंद.ममता जैन की बेटी स्वस्ति मेहुल ने अब से 20 दिन पहले इस गीत को रचा था और फिर इसके बाद जब सोशल साइट्स पर इसे गाकर अपलोड किया तो यह गीत भगवान राम की भक्ति का सबसे सुंदर भाव गीत बन गया।

भास्कर के रिपोर्टर संजीव बांझल से स्वस्ति ने इस गीत की रचना पर बात करते हुए बताया कि जिस रात यह गीत जहन में आया, उसी दिन वह भगवान राम का स्मरण कर सोने गई। अनायास कुछ ऐसा संयोग हुआ कि रात में भगवान राम का ही स्वप्न मन मस्तिष्क में घूमता रहा और ब्रह्म मुहूर्त में सुबह जब मैं उठी तो कागज कलम पर यह गीत ऐसे अंकित हो गया मानो मुझे पहले से याद हो या रटा हुआ हो।

इसके बाद जब संगीत की स्वर लहरियों के बीच सोशल साइट्स पर अपलोड किया तो यह गीत इतना पॉपुलर हो गया कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ट्वीट कर मेरी आस्था को भगवान राम के प्रति और अधिक प्रगाढ़ कर दिया। अब हर छोटे से छोटे और बड़े से बड़े आयोजन में शिवपुरी निवासी और दिल्ली प्रवासी स्वस्ति मेहुल का यह गीत गली.गली में भगवान राम की भक्ति के प्रदर्शित करने के लिए गुंजायमान हो रहा है।

यह से शुरू हुआ सफर स्वस्ति मेहूल का

शिवपुरी निवासी स्वस्ति मेहुल ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बताया कि अक्सर मंदिरों और समाज के कार्यक्रमों में मंगलाचरण और स्वागत गीत के माध्यम से 15 साल तक गीत गाती रही है। जब उन्हें सराहना मिली तो उन्होंने संगीत के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने का निर्णय लिया। बड़े भाई आगम जैन के कहने पर छोटे भाई सुगम जैन के साथ दिल्ली चली गई, जहां उन्होंने संगीत की 2 साल अतिरिक्त तालीम ली और इसके बाद जब बाला फिल्म रिलीज हुई तो उसमें उनका गया बाला ओ बाला गीत संगीतकार द्वारा फिल्म में रिकॉर्ड किया गया। लेकिन और वक्त पर इस गाने का दूसरे को मौका मिला।

इस गीत से उन्हें फिल्म जगत में पहचान मिली। इसके बाद मां.बेटे और पिता पर केंद्रित उनकी संगीत रचनाएं सोशल साइट्स पर खासी लोकप्रिय हुई, जिन्हें करोड़ व्यूवर्स मिले। अब से 20 दिन पहले भगवान राम की भक्ति का ख्याल उनके मन में आया और उन्होंने रात में भगवान राम की भक्ति करते हुए नींद ली तो स्वप्न में भगवान राम के दीदार हुए और फिर उन्हें पर केंद्रित भक्ति को लेकर भजन प्रस्तुत किया तो वह इतना लोकप्रिय हुआ किया देश के प्रधानमंत्री के साथ आमजन उनके गए गीत को खास पसंद कर रहे है।