SHIVPURI NEWS - स्वयं की बनाई कहानी में फस गई खनियाधाना पुलिस,अब सच स्वीकार करना पड़ा

Bhopal Samachar

खनियाधाना। शिवपुरी जिले के पिछोर अनुविभाग के खनियाधाना थाना सीमा में  हुई लूट की घटना को चोरी की घटना में कन्वर्ट करने के प्रयास में पुलिस ही उलझ गई। फरियादी के घर मिले लुटेरों के कट्टे ने पुलिस की कहानी पर से पर्दा उठा दिया है। इस मामले की जांच कर रहे जांच अधिकारी कट्टा ना मिलने की बात कह रहे है वही थाना प्रभारी कट्टा मिलने की पुष्टि कर रहे है।

पीड़ित ने स्वयं पुलिस को हथियार दिया था लेकिन पुलिस इस हथियार की जब्ती नही दिखा रही थी,लेकिन अब पुलिस को स्वीकार करना पड़ा की घटना स्थल से हथियार मिला है। इसके बावजूद भी पुलिस ने मामले में चोरी की कायमी ही की है और खबर लिखे जाने तक धाराओं में इजाफा नहीं किया गया।

जानकारी के अनुसार बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात दो बदमाशों ने पंकज जैन के घर घुसकर डेढ़ लाख रुपये लूट लिए थे। विरोध करने पर फरियादी की लड़की को डंडे से पीटा। जब पंकज जैन बेटी को बचाने पहुंचे तो उन्हें कट्टे की बट से मारा। बदमाश भागते हुए कट्टा वहीं छोड़ गए जिसे फरियादी ने पुलिस को सौंप दिया था। पुलिस ने मामले में चोरी की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर पल्ला झाड़ लिया।


जांच अधिकारी अरविंद चौहान ने कट्टा मिलने से स्पष्ट रूप से मना कर दिया जबकि थाना प्रभारी रत्नेश यादव ने गुरुवार को ही बयान दिया कि फरियादी ने कट्टा लाकर दिया है जो लोडेड नहीं है। इसके बाद अगले दिन फिर जब जांच अधिकारी चौहान से हथियार के बारे में पूछा गया तो वे एक बार फिर मुकर गए।

वहीं टीआई ने यह बात स्वीकार की। दूसरी ओर एसडीओपी प्रशांत शर्मा पूरे मामले से ही अंजान थे। जब नईदुनिया संवाददाता ने उसने सवाल किया तो उन्होंने थाने से जानकारी ली और कहा कि मेरी थाना प्रभारी से बात हुई है उस समय कट्टा नहीं मिला था बाद में स्वजन द्वारा कट्टा दिया है। मामले में धाराएं बढ़ाकर जल्द से जल्द खुलासा करने का प्रयास कर रहे हैं।

फरियादी बोला-
मैंने बार-बार कहा था कट्टा मिला है,मामले में फरियादी पंकज जैन का कहना है कि रिपोर्ट लिखाते समय में मैंने रिपोर्ट लिखाते समय भी कट्टा मिलने की बात कही थी। पुलिसकर्मी मुझसे ही कट्टा लेकर गया था। पुलिस ने एफआईआर में क्यों नहीं लिखा इसमें मैं क्या कह सकता हूं। पुलिस से ज्यादा हम कुछ नहीं पूछ सकते तो हमने नहीं पूछा।