शिवपुरी। देश में चल रही रामलहर में एक शुभ समाचार राम भक्तों को राहत देने वाला मिल रही है कि शिवपुरी में विस्थापन के कारण 16 साल से ताले मे लॉक प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा की कवायद तेज हो गई है। शिवपुरी की मीडिया के द्वारा लगातार इस मुद्दे को उठाया जा रहा था। इस कारण प्रशासन के अधिकारियों के अमोला में दौरे तेज हो चुके है।
सबसे पहले पिछले सोलह वर्ष से ताले में कैद भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए प्रशासन ने मंदिरों पर से अतिक्रमण हटवाने की योजना बनाना शुरू कर दिया है। करैरा तहसीलदार का कहना है कि जल्द ही इन मंदिरों को अतिक्रमण मुक्त करवाया जाएगा ताकि भगवान की प्राण प्रतिष्ठा की जा सके।
उल्लेखनीय है कि अमोला में विस्थापन का दंश झेल रहे भगवान राम पिछले 16 सालों से हाट बाजार की दुकान में ताले में कैद रखे हुए हैं। शिवपुरी समाचार के द्वारा जब इस मामले को प्रमुखता से उठाया तो कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए करैरा एसडीएम को कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
इसी क्रम में करैरा एसडीएम अजय शर्मा व नायब तहसीलदार प्रगपाल सिंह बैस ने दो बार अमोला जाकर वहां मंदिरों की स्थिति का जायजा लिया और ग्रामीणों से बात की। इसके अलावा शिवपुरी विधायक देवेन्द्र जैन ने कलेक्टर को पत्र लिख कर मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की बात कही थी तो करैरा विधायक रमेश खटीक ने भी कलेक्टर से मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के संबंध में चर्चा की। भगवान की प्राण प्रतिष्ठा की कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए रविवार को करैरा एसडीएम ने एक बैठक का आयोजन किया।
26 जनवरी के बाद अस्तित्व में आएगी कमेटी
इस बैठक में जल संसाधन के विभाग निर्णय लिया गया है कि एक कमेटी गठित की जाएगी, यह कमेटी ग्रामीणों से बात करके भगवान की प्राण प्रतिष्ठा की कार्रवाई को आगे बढ़ाएगी। बताया जा रहा है कि यह कमेटी 26 जनवरी के बाद अस्तित्व में आएगी और ग्रामीणों से चर्चा कर भगवान की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कार्रवाई करेगी।
इनका कहना है
नायब तहसीलदार अमोला गए थे, वहां की वस्तुस्थिति की रिपोर्ट तैयार कर ली गई है, जिन मंदिरों में अवैध रूप से लोग रह रहे हैं, उन्हें मौखिक रूप से अतिक्रमण हटाने के लिए कह दिया गया हैए जल्द ही इन्हें अतिक्रमण मुक्त करवाया जाएगा। एक बैठक भी एसडीएम साहब के यहां हुई थी। निर्णय लिया गया है कि जल्द ही मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए एक कमेटी बनाई जाएगी।
कल्पना शर्मा, तहसीलदार करैरा