कोलारस। खबर शिवपुरी जिले के अनुविभाग के तेंदुआ थाना सीमा में आने वाले ग्राम डेहरबारा में एक नवविवाहिता ने पति से झगडा करते समय गुस्से में आकर पति के सिर पर कुल्हाड़ी से प्रहार कर दिया। इस कारण पति का सिर फट गया। बताया जा रहा था कि पत्नी मायके जाने की जिद कर रही थी,पति पत्नी को अकेली मायके जाने नहीं दे रहा था इस कारण यह झगडा हुआ था। पीड़ित पति ने मामले की शिकायत पुलिस को दर्ज कराई, जिस पर पुलिस ने पत्नी के खिलाफ आपराधिक प्रकरण कायम कर विवेचना प्रारंभ कर दी है।
जानकारी के अनुसार डेहरवारा निवासी अशोक पुत्र रामजीलाल धाकड़ उम्र 41 साल की शादी नहीं हुई थी। करीब दस दिन पहले उसने 32 वर्षीय तुलसी गुप्ता पुत्री राजू गुप्ता निवासी सिकाजोर सुंदरगढ़ उड़ीसा से शपथ पत्र के आधार पर शादी की थी। शादी के करीब आठ दिन बाद महिला ने अशोक धाकड़ से कहा कि उसे अपने मायके जाना है।
बकौल अशोक धाकड़ वह और उसकी पत्नी तुलसी कुआं पर गए थे, वहां उसने अशोक धाकड़ से कहा कि वह अपने मायके जाना चाहती है। इस पर अशोक ने उससे कहा कि अपने घर वालों को फोन करके बुला लो उसके बाद चली जाना। इस पर तुलसी नाराज हो गई और उसने न सिर्फ अपने पति अशोक धाकड़ को गालियां दीं बल्कि उसके सिर में कुल्हाड़ी मार दी और कुल्हाड़ी के बेहटा से उसकी मारपीट कर दी।
मौके पर झगड़े और मारपीट की आवाजें सुनकर अमर सिंह आदिवासी व अशोक का भाई द्वारका आ गया, उन्होंने तुलसी से अशोक धाकड़ को बचाया। मामले की शिकायत थाने में दर्ज कराई गई, जिस पर पुलिस ने आरोपिता के खिलाफ मामला दर्ज कर विवेचना में लिया।
जानकारी के अनुसार डेहरवारा निवासी अशोक पुत्र रामजीलाल धाकड़ उम्र 41 साल की शादी नहीं हुई थी। करीब दस दिन पहले उसने 32 वर्षीय तुलसी गुप्ता पुत्री राजू गुप्ता निवासी सिकाजोर सुंदरगढ़ उड़ीसा से शपथ पत्र के आधार पर शादी की थी। शादी के करीब आठ दिन बाद महिला ने अशोक धाकड़ से कहा कि उसे अपने मायके जाना है।
बकौल अशोक धाकड़ वह और उसकी पत्नी तुलसी कुआं पर गए थे, वहां उसने अशोक धाकड़ से कहा कि वह अपने मायके जाना चाहती है। इस पर अशोक ने उससे कहा कि अपने घर वालों को फोन करके बुला लो उसके बाद चली जाना। इस पर तुलसी नाराज हो गई और उसने न सिर्फ अपने पति अशोक धाकड़ को गालियां दीं बल्कि उसके सिर में कुल्हाड़ी मार दी और कुल्हाड़ी के बेहटा से उसकी मारपीट कर दी।
मौके पर झगड़े और मारपीट की आवाजें सुनकर अमर सिंह आदिवासी व अशोक का भाई द्वारका आ गया, उन्होंने तुलसी से अशोक धाकड़ को बचाया। मामले की शिकायत थाने में दर्ज कराई गई, जिस पर पुलिस ने आरोपिता के खिलाफ मामला दर्ज कर विवेचना में लिया।