शिवपुरी। शिवपुरी जिले में 31 दिसंबर की रात से ठंड का अटैक शुरू हो गया था। यह ठंड का सितम लगातार 8 दिन तक चला सूर्य देव को दर्शन तक लोगो को नही हो रहे थे। ऐसा लगा रहा था कि शिमला शिवपुरी में उतर आई है। सुबह 12 बजे तक कोहरा का साया था और वही शाम को चार बजे से कोहरे के साथ ओस बरसने लगी थी। सूर्य देव के आसमान से नही निकलने के कारण गलन भरी सर्दी से आमजन परेशान होने लगे,और जनजीवन प्रभावित होने लगा था कि अब शिवपुरी में पटरी पर जिंदगी लौट रही है,धीरे धीरे सूर्य देव का तेज बढ़ता जा रहा है जिससे लोगों को राहत मिल रही है।
दिन में सूरज गर्मी का एहसास दिलाने लगा है हालांकि शाम से सर्दी का सिलसिला सर्द हवाओं के साथ हो जाता है। शुक्रवार रात 12 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क चुका था वहीं शुक्रवार की दोपहर का तापमान 23 डिग्री तक पहुंच गया था। आज (शनिवार को) सुबह से आसमान पर सूरज न अपना कब्जा जमा लिया है। वहीं आज दोपहर दिन का तापमान भी 22 डिग्री से ऊपर जाने की संभावना मौसम विभाग द्वारा बताई गई है।
सर्दी से राहत मिलने के बाद लोगों की दिनचर्या पटरी पर वापस लौट आई है। इसके अतिरिक्त दिन का तापमान अधिक और रात में पाला न होने फसलों को फायदा हुआ है। वहीं कोहरा कम होने से विजिबिलिटी 200 से 800 मीटर के बीच रही है। जिससे रात के समय वाहनों को चलाने वाले चालकों को भी राहत मिली है।
मौसम सीनियर वैज्ञानिक वेद प्रकाश मध्यप्रदेश में अगले एक सप्ताह तक कड़ाके की ठंड नहीं पड़ेगी। ऐसा मौजूदा सिस्टम और 16 जनवरी से एक्टिव हो रहे वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की वजह से होगा। सीनियर वैज्ञानिक के अनुसार अभी वेस्टर्न डिस्टर्बेंस अफगान-ईरान के आसपास है। इस वजह से विंड पैटर्न बदल गया है।
राजस्थान के आसपास प्रति चक्रवात की एक्टिविटी है। इन वजहों से अगले 3 से 4 दिन तक कोहरा रहेगा। इसके बाद रात के टेम्प्रेचर में कुछ गिरावट हो सकती है, लेकिन 16 जनवरी से एक और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव होने का अनुमान है।
सर्दी से राहत मिलने के बाद लोगों की दिनचर्या पटरी पर वापस लौट आई है। इसके अतिरिक्त दिन का तापमान अधिक और रात में पाला न होने फसलों को फायदा हुआ है। वहीं कोहरा कम होने से विजिबिलिटी 200 से 800 मीटर के बीच रही है। जिससे रात के समय वाहनों को चलाने वाले चालकों को भी राहत मिली है।
मौसम सीनियर वैज्ञानिक वेद प्रकाश मध्यप्रदेश में अगले एक सप्ताह तक कड़ाके की ठंड नहीं पड़ेगी। ऐसा मौजूदा सिस्टम और 16 जनवरी से एक्टिव हो रहे वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की वजह से होगा। सीनियर वैज्ञानिक के अनुसार अभी वेस्टर्न डिस्टर्बेंस अफगान-ईरान के आसपास है। इस वजह से विंड पैटर्न बदल गया है।
राजस्थान के आसपास प्रति चक्रवात की एक्टिविटी है। इन वजहों से अगले 3 से 4 दिन तक कोहरा रहेगा। इसके बाद रात के टेम्प्रेचर में कुछ गिरावट हो सकती है, लेकिन 16 जनवरी से एक और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव होने का अनुमान है।