शिवपुरी। शिवपुरी शहर के महादेव मार्केट में स्थित नीलकंठेश्वर महोव मंदिर का जीर्णोद्धार विगत कई वर्षो से चल रहा है। शिवपुरी शहर के बीचो बीच बंगले वाले परिवार का यह मंदिर शहर की श्रद्धा का केंद्र है। 22 जनवरी को पूरा विश्व राममय हो रहा है,अयोध्या सहित देश के मंदिरों पर धार्मिक आयोजनो की तैयारी शुरू हो गई। शिवपुरी जिले में कई मंदिरो पर प्रतिमाओ के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम 22 जनवरी को रखे गए है।
इसी क्रम में नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर के जीर्णोद्धार के उपरांत नवीन मूर्तियां श्री जी,श्री राम दरबार,दुर्गा माता,गायत्री माता,शिव पार्वती,राधा कृष्ण,हनुमान जी महाराज,सरस्वती माता और श्री सत्यनारायण भगवान की प्रतिमाओ का प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन 22 जनवरी से शुरू होकर 25 जनवरी तक चलेगा।
जानकारी के अनुसार सोमवार 22 जनवरी को सुबह 8 बजे सभी मूर्तियों का मंडप प्रवेश,पंचांग पूजन,समस्त देवताओं का आह्वान ओर सायंकाल जलाधिवास होगा
मंगलवार 23 जनवरी को प्रतिमाओ का पूजन अन्नादिवास, दोपहर मिष्ठानदिवास और घृतोदिवास कि प्रक्रिया वैदिक देव मंत्रो से कराई जाऐगी।
बुधवार 24 जनवरी से सुबह 8 बजे से फलादिवास,दोपहर औषधि स्नान महाभिेषेक और शैयादिवास की विधि संपन्न होगी।
गुरुवार 25 जनवरी को सुबह 8 बजे से पूजन प्राण प्रतिष्ठा एवं नेत्र उमीलन,मूर्ति न्यास एवं पूर्णाहुति इसके बाद भंडारे का आयोजन रखा गया है।
इससे पूर्व श्री नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर में वर्षो पुराना शिवलिंग और शिव परिवार स्थातिप है जो शिवपुरी शहर का श्रद्धा का केंद्र है।
इसी क्रम में नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर के जीर्णोद्धार के उपरांत नवीन मूर्तियां श्री जी,श्री राम दरबार,दुर्गा माता,गायत्री माता,शिव पार्वती,राधा कृष्ण,हनुमान जी महाराज,सरस्वती माता और श्री सत्यनारायण भगवान की प्रतिमाओ का प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन 22 जनवरी से शुरू होकर 25 जनवरी तक चलेगा।
जानकारी के अनुसार सोमवार 22 जनवरी को सुबह 8 बजे सभी मूर्तियों का मंडप प्रवेश,पंचांग पूजन,समस्त देवताओं का आह्वान ओर सायंकाल जलाधिवास होगा
मंगलवार 23 जनवरी को प्रतिमाओ का पूजन अन्नादिवास, दोपहर मिष्ठानदिवास और घृतोदिवास कि प्रक्रिया वैदिक देव मंत्रो से कराई जाऐगी।
बुधवार 24 जनवरी से सुबह 8 बजे से फलादिवास,दोपहर औषधि स्नान महाभिेषेक और शैयादिवास की विधि संपन्न होगी।
गुरुवार 25 जनवरी को सुबह 8 बजे से पूजन प्राण प्रतिष्ठा एवं नेत्र उमीलन,मूर्ति न्यास एवं पूर्णाहुति इसके बाद भंडारे का आयोजन रखा गया है।
इससे पूर्व श्री नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर में वर्षो पुराना शिवलिंग और शिव परिवार स्थातिप है जो शिवपुरी शहर का श्रद्धा का केंद्र है।