शिवपुरी। शिवपुरी शहर के प्रसिद्ध किड्स गार्डन स्कूल में 22 जनवरी को एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन रखा गया है। देश में 22 जनवरी का दिन ऐतिहासिक है 22 जनवरी का 2024 का दिन अब स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा क्योंकि इस दिन प्रभु श्रीराम अपनी जन्म भूमि अयोध्या में रामलला की प्रतिमा में विराजमान होगें। इसलिए देश नहीं विदेशों में धार्मिक आयोजन रखे गए है।
शहर का इंग्लिश मीडियम स्कूल किड्स गार्डन स्कूल में राम आगमन का आयोजन किया जा रहा हैं इस आयोजन मे शहर के गणमान्य नागरिक सहित स्कूल में अध्ययनरत 1000 बच्चे भाग लेंगे और राम आगमन आयोजन के साक्षी होगें। इस आयोजन में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम सहित महाआरती का आयोजन रखा गया है।
किड्स गार्डन स्कूल के डारेक्टर शिव कुमार गौतम ने बताया कि हमारे बच्चे हमारी संस्कृत से दूर हो रहे है। बच्चे प्रभु श्रीराम के चरित्र को समझ कर अपने व्यवहार में रखे। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का चरित्र विविधताओं से भरा है,लोक समाज में श्रीराम का चरित्र हमें बताता हे कि बड़ा भाई कैसा होता है,एक पुत्र की अपने पिता के प्रति क्या कर्तव्य होते है,पति के रूप में श्रीराम कैसे थे,एक राजा के रूप में श्रीराम चरित्र की क्या परिभाषा है,श्रीराम ने समाज में कभी भेदभाव नहीं किया उन्होंने समाज के हर अंग को अपने गले लगाया है।
रामायण में शबरी चरित्र हमे बताता है कि स्नेह में कैसे इस संसार के मालिक ने शबरी के जूठे बेरो का रसपान किया। नाव से नदी पार कराने वाले निषाद राज को उन्होने अपने मित्र का दर्जा दिया है। ऐसे सैकड़ों चरित्र प्रभु श्रीराम के चरित्र में समाए हुए है।
श्री गौतम ने बताया कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार त्रेतायुग में प्रभु श्री राम का जन्म अभिजीत मुहूर्त में हुआ था। 22 जनवरी को तीन शुभ योगों का अद्भुत संयोग बना रहा है। 22 जनवरी को पौष शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि रहेगी और मृगशिरा नक्षत्र रहेगा। इसके अलावा सूर्योदय से लेकर पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग रहेगा। दिन खत्म होने के साथ ही रवि योग भी लग जाएगा। इन सब योगों में अभिजीत मुहूर्त के अंतर्गत रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्य संपन्न किया जाएगा। इस दिन चंद्रमा भी अपनी उच्च राशि वृषभ में रहेंगे।
इस दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 17 मिनट से शुरू होगा जो 12 बजकर 59 मिनट तक रहने वाला है. उसमें से यह शुभ मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड का रहेगा. यह मुहूर्त अभिजीत मुहूर्त के अंतर्गत है. हिंदू धर्म में शुभ कार्य के लिए अभिजीत मुहूर्त सबसे उत्तम माना जाता है।
इस तिथि को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए चुना गया है. साथ ही यह भी माना जा रहा है कि इस शुभ मुहूर्त में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करने से प्रभु श्री राम सदैव मूर्ति में विराजमान रहेंगे। हम सभी 22 जनवरी को इस ऐतिहासिक क्षण में अयोध्या नही जा सकते है लेकिन इस क्षण में सामूहिक रूप से उपस्थित होकर प्रभु श्रीराम की उपासना कर सकते है,इसलिए बच्चों के साथ इस क्षण को प्रभु श्रीराम की उपासना का आयोजन रखा गया है।