शिवपुरी। खबर शिवपुरी जिले के पिछोर अनुविभाग के उप तहसील से भौंती से मिल रही है कि भौंती की एक ग्राम पंचायत में एक सरकारी जमीन की फर्जी रजिस्ट्री के बाद उसका नामांतरण कर दिया गया है,शिकायतकर्ता ने बताया कि इसकी शिकायत मुख्यमंत्री महोदय को की गई जिसकी जांच अब कलेक्टर शिवपुरी कर रहे है।
भौंती के मुहार गांव में रहने वाले मिथुन जाटव ने बताया कि उसकी मां मीराबाई जाटव के नाम सन 2002 में सर्वे क्रमांक 07 का पट्टा हुआ था। इस जमीन पर पीडब्ल्यूडी ने 13 जरी की लंबाई की जमीन पर सड़क का निर्माण किया है। जब इस जमीन पर निर्माण कार्य चल रहा था उस समय हमने आपत्ति दर्ज कराई तो इस जमीन के बदले सरकारी अधिकारियों ने हमे सर्वे क्रमांक 04 में जमीन दे दी।
मिथुन जाटव ने बताया कि सर्वे क्रमांक 04 जमीन पर हमारा कब्जा होकर हम खेती रहे थे,लेकिन जब भौंती की उप तहसील में पदस्थ नायब तहसीलदार ज्योति लाक्षाकार पदस्थ थी तो इस सरकारी जमीन का नामांतरण कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर भौंती के रहने वाले शिवम गुप्ता और अजय गुप्ता के नाम कर दिया।
फर्जी रजिस्ट्री कराई,रजिस्टार बोला कि साइन नही है
मिथुन जाटव ने बताया कि जब यह रजिस्ट्री हुई तो हमने विरोध किया तो इस जमीन पर जो हमारा मकान बना था उसे तोड दिया इसकी एफआईआर भी भौंती थाने में की गई थीं इस रजिस्ट्री को जब हमने रजिस्ट्रार ऑफिस में जाकर चेक कराया ता रजिस्ट्रार बोला कि इस पर कोई लाइन नही है यह रजिस्ट्री फर्जी है,इसका कोई रिकार्ड नही है।
जुलाई में तत्कालीन सीएम को की थी शिकायत
मिथुन जाटव ने बताया कि इस मामले को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान के पास भोपाल गया था,वहां पर अधिकारियों को मैने पूरे कागजात सहित इस मामले का शिकायती आवेदन सौंपा था। अब इस मामले के जांच के आदेश कलेक्टर शिवपुरी को दिए है बीते मंगलवार को में कलेक्टर शिवपुरी से इस मामले को लेकर मिला था,कलेक्टर साहब ने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाऐगी।