शिवपुरी। शिवपुरी माधव नेशनल पार्क में शिवपुरी जिले में पर्यटन को बढावा देने के लिए तीन टाइगर पार्क में रिलीज किए गए थे। लंबे इंतजार के बाद माधव नेशनल पार्क में पर्यटकों को पार्क में टाइगर देखने की अनुमति 1 जनवरी से प्रदान कर दी गई थी,उम्मीद जागी थी पार्क में टाइगर के दर्शन होंगे,लेकिन आज 10 जनवरी है और अभी तक एक भी पर्यटक को टाइगर के दर्शन नही हो सके है,इससे पर्यटकों को निराशा हाथ लगी है।
माधव नेशनल पार्क में प्रवेश के लिए पहले तीन गेट चालू थे तथा चौथा भरकुली का गेट नया बनाया गया, जिसके अंदर वाले क्षेत्र में तीनों टाइगरों की मौजूदगी है। पार्क की डिप्टी डायरेक्टर प्रतिभा अहिरवार ने रिबन काटकर इस नए गेट का शुभारंभ किया था।
यह माना जा रहा था कि टाइगर देखने के लिए सैलानियों की भीड़ नेशनल पार्क में आएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इन नौ दिनों में से महज तीन दिन ही 6 वाहनों में सवार होकर 31 सैलानी टाइगर को देखने के लिए भरकुली गेट से पार्क में पहुंचे, लेकिन इनमें से किसी को भी टाइगर नजर नहीं आया।
वहीं दूसरी ओर माधव नेशनल पार्क में जंगल व दूसरे वन्य जीवों को देखने के लिए इन नौ दिनों में 226 सैलानी सैलिंग क्लब वाले गेट से, और 25 भूरा खो वाले गेट से प्रवेश करके घूमने पहुंचे। इसके पीछे मुख्य वजह यह भी है कि अभी तक जो सैलानी टाइगर देखने की उम्मीद करके गए, उन्हें कुछ नजर नहीं आया, इसलिए उन्होंने वापस आकर जो बताया, वो सुनकर दूसरे सैलानी टाइगर देखने का मन नहीं बना पाए।
नेशनल पार्क में टाइगर न दिखने का यह बताया कारण
माधव नेशनल पार्क की डिप्टी डायरेक्टर ने बताया कि जिस क्षेत्र में टाइगर हैं, वहां 1 जनवरी से पहले तक किसी भी तरह की आवाजाही प्रतिबंधित थी। जिसके चलते टाइगर बेरोकटोक जंगल में घूमते थे, लेकिन अब सैलानियों के वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है, तो टाइगर भी दूर से आवाज सुनकर छुप जाता है। जब वे लोगों की आवाजाही के आदी हो जाएंगे तो फिर सैलानियों को आसानी से नजर आएंगे।
कॉलर आईडी खराब है 2 टाइगरो की
माधव नेशनल पार्क में भरकुली गेट के अंदर बलारपुर के आसपास आशियाना बनाने वाले तीन टाइगरों में से दो टाइगर की कॉलर आईडी खराब होने की वजह से वे कहीं नजर नहीं आ रहे थे। उनकी पतारसी के लिए पिछले दिनों माधव नेशनल पार्क प्रबंधन ने ड्रोन कैमरा उड़ाकर टाइगरों को देखने की कोशिश की तो दोनों लापता टाइगर भी उसमें नजर आ गए। डिप्टी डायरेक्टर का कहना है कि हमारे ड्रोन में केवल फिल्म बनी है, लेकिन कोई फोटो क्लिक नहीं किया।
इनका कहना है
माधव नेशनल पार्क में अभी भले ही टाइगर नजर नहीं आ रहे, लेकिन जब वे लोगों की आवाजाही के आदी हो जाएंगे तो फिर सड़क पर ही नजर आएंगे। हम जब पन्ना में थे तो टाइगर सड़क पर बैठे रहते थे और हमारे अलावा अन्य लोगों को भी दो-दो घंटे रुकना पड़ता था।
प्रतिभा अहिरवार, डिप्टी डायरेक्टर, माधव नेशनल पार्क शिवपुरी