शिवपुरी। शिवपुरी के प्रसिद्ध बाजार टेकरी में पर टॉयलेट एक प्रॉब्लम है,शहर स्वच्छता में नंबर आने का प्रयास कर रहा है। स्वच्छता अभियान चलाए जा रहे है नगर पालिका पर सफाई के लिए करोडो का बजट है,लेकिन शिवपुरी के टेकरी बाजार में स्थित एक मात्र बने टॉयलेट की दशा नगर पालिका पिछले 7 साल में नही सुधार सकी है। टॉयलेट में गंदगी का साम्राज्य है सफाई कभी कभार होती है,गेट में कुंदी नही है इस कारण एक महिला टॉयलेट जाती है तो दूसरी महिला को चौकीदारी करने पडती है।
शिवपुरी शहर का महिलाओ की शॉपिंग का प्रसिद्ध बाजार जिसे टेकरी के नाम से जाना जाता है। इस बाजार में 50 प्रतिशत से अधिक महिलाएं शॉपिंग करने आती है। इस बाजार में एक मात्र महिला टॉयलेट है,इस टॉयलेट का निर्माण 7 साल पूर्व हुआ था। लेकिन टॉयलेट बनवा तो दी, उसकी कभी भी नियमित साफ सफाई नही होती है। टॉयलेट के गेट में कुंदी तक नहीं हैं,महिलाएं अगर उसे गंदी टॉयलेट में टॉयलेट जाती भी हैं तो एक महिला को गेट पकड़ना पड़ता हैं।
आज तक टंकी में पानी तक नहीं पहुंचा
अगर हम टॉयलेट की टंकी की बात करें तो जब से टॉयलेट के ऊपर जो टंकी रखवाई गई हैं वह जब से रखी हैं तब से उनमें पानी नहीं भरा गया, और टॉयलेट से पास में इतनी गंदगी हैं कि मार्केट के लोगों को वह जगह को छुपाना पड़ता हैं। ऐसी स्थिति हैं उस टॉयलेट की।
पूरे मार्केट में हैं एक ही टॉयलेट
मार्केट में अपना व्यवसाय कर रही महिलाओं ने बताया यह शहर का सबसे व्यस्ततम और मैन मार्केट हैं जिसमें कम से कम 4 से 5 टॉयलेट होनी ही चाहिए,लेकिन ऐसा कुछ नहीं हैं बल्कि यहां एक ही टॉयलेट हैं वो भी बहुत गंदी,जिसमें यह जिम्मेदार अधिकारी लोग जा नहीं पायेगें। लेकिन हम मजदूर लोग हैं,हमें अपनी रोजी रोटी कमाने के लिए यह बदबू और बीमारी से जूझना पड़ता हैं।
टॉयलेट के सामने जूते-चप्पलों बेचने वाली किरण ने बताया
टेकरी पर जूते-चप्पलों की शॉप लगाने वाली महिला किरण ने बताया कि मुझे काफी समय हो गया,यह शॉप लगाये हुए मैंने जब से यहां शॉप लगाई हैं जब शायद यहां टॉयलेट नहीं थी, लेकिन जब से यहां टॉयलेट बनबाई गई हैं जब से ना तो टंकी मैं पानी भरा है,इससे गंदगी होती है इस टॉयलेट की सफाई भी नियमित नही होती है।
रेखा खंडेलवाल ने बताया कि हमें टॉयलेट जाने के लिए कहीं भी जगह नहीं हैं इस टॉयलेट में हम कहां पैर रखे इसमें तो जगह ही नहीं हैं। मुझे इस मार्केट में 17 साल हो चुके हैं और इतने समय से ही हमें इन समस्याओं का रोज सामना करना पड़ रहा हैं। हमारी तो मजबूरी हैं इस मार्केट में काम करना अपने घर खर्चे के लिए यह समस्या को सामना हमें करना ही पड़ता हैं,अब चाहे हम बीमार हो या कुछ भी, कभी कभार कोई यहां आता भी हैं तो बस देखकर चले जाते हैं,हम यहां से काम करके अपने घर जाते हैं तो हमें घर जाकर नहाना पड़ता हैं,जब जाकर हम खाना बनाते हैं।
गीता ने बताया कि इस टॉयलेट में सफाई नहीं होती हैं,ज्यादा नहीं तो हर हफ्ते इस टॉयलेट की सफाई होनी ही चाहिए,कभी कभी तो इस टॉयलेट में शौच भी कर जाती हैं महिलाऐं इसके कारण हम बदबू के कारण मुंह को बंद करते फिरते हैं,लेकिन कब तक करेंगे। हमें काम तो करना पड़ेगा, अगर हम ही मुंह को बंद करके काम करेंगे तो ग्रहक तो पहले ही भाग जायेगा। मेरी टॉयलेट के सामने कपड़ों की शॉप हैं,मुझे घर जाकर नहाना ही पड़ता हैं,इस टॉयलेट में इतनी गंदगी रहती हैं।
इनका कहना है
आपने जो जगह बताई है उस टॉयलेट को में दिखवा लेता हूॅ,ओर उसमें जो समस्या है उसे पूर्ण कराकर सफाई दारोगा से बोलता हूं कि उसकी नियमित सफाई कराए
डॉ केशव सिंह सगर,नगर पालिका CMO शिवपुरी