शिवपुरी। शिवपुरी जिला इस समय मध्य प्रदेश का सबसे ठंडा जिला है,मौसम के मिजाज बिगडे हुए है आसमान से कोहरे के साथ ओस की बूंदे बरस रही है। शनिवार से सूर्यदेव अवकाश पर चले गए है इसलिए लोगों को गलन भरी सर्दी का अहसास हो रहा है। बिगडे मौसम के कारण घर घर अलाव जलने लगे है इस भयानक सर्दी से इंसान सहित पशु पक्षी और फसलों को भी असर हो रहा है।
शिक्षा विभाग ने इस बार शीतकालीन अवकाश को शिफ्ट किया था,पूर्व में शीतकालीन अवकाश 25 दिसंबर से होता था लेकिन मौसम मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज बिगड़ने की स्थिती 1 जनवरी से बनती थी जो 15 जनवरी तक रहती थी शायद इस कारण स्कूल शिक्षा विभाग ने इस बार 1 जनवरी से 4 जनवरी तक का अवकाश घोषित किया था।
स्कूली बच्चों और पेरेंट्स को मौसम से कभी उम्मीद नहीं थी वह कुछ रहम करेगा,मौसम वैज्ञानिकों को कहना है कि कम से कम 7 दिन और शिवपुरी में ठंड का अटैक जारी रहेगा इस स्थिति में बच्चों को अपने कलेक्टर अंकल से उम्मीद थी कि वह शीतकालीन अवकाश को और आगे बढा सकते है लेकिन कलेक्टर अंकल ने ऐसा नहीं किया तो वह निराश हो रहे है।
शिवपुरी कलेक्टर रविंद्र चौधरी ने बिगडते मौसम के हालात देखकर जिले के सभी प्राइवेट और शासकीय स्कूलों का समय चेंज किया है। कलेक्टर शिवपुरी के आदेश अनुसार अब नर्सरी क्लास से कक्षा 5 तक के स्कूल सुबह 10 बजे से और कक्षा 6 से 12वीं क्लास तक की कक्षाएं 9 बजे से संचालित की जाऐगी।
बच्चों को उम्मीद थी इस ठंड के अटैक में उनके कलेक्टर अंकल अवश्य राहत प्रदान करेंगें। जैसे ही बच्चों के साथ पैरोटंसो को ज्ञात हुआ कि इस शीतलहर के मौसम मे शीतकालीन अवकाश को बढ़ाया नहीं गया है वैसे ही शोसल पर लोगो ने अपनी प्रतिक्रिया देना शुरू कर दी।
कंपकपाती ठंड में सुबह 9 बजे सड़क पर आना होगा
सुबह 10 बजे से कक्षा संचालित होने वाली नर्सरी वाले बच्चे को सुबह 8 बजे उठना होगा उसके बाद तैयार होना होगा और 9 बजे तक सड़क पर बस का इंतजार करना होगा। सुबह 10 बजे तक घना कोहरा छाया रहता है इस स्थिति में बच्चों इस कपकपाती ठंड में खड़ा होना अमानवीय होगा,बच्चों के बीमार होने खतरा अधिक रहेगा।
वही इस समय सूर्यदेव के दर्शन नहीं होने से बाजार भी दोपहर तक खुल रहा है। सूर्यदेव के प्रकट नहीं होने के कारण क्या सुबह और क्या दोपहर का पता नहीं चल रहा है बस घडी है इससे पता चलता है कि कितना समय हो गया है। बच्चों ने कलेक्टर अंकल से अपील की है कि इस ठंड के अटैक से हमें बचाइए,हमारी छुट्टियां प्लीज आगे खिसकाया जाऐ।