SHIVPURI NEWS - SDM कोलारस नही कर सके रेत माफियाओं पर कार्यवाही की हिम्मत,अब वीडियो भी हुआ वायरल

Bhopal Samachar
शिवपुरी। शिवपुरी जिले में कोलारस अनुविभाग क्षेत्र में में कानून का राज नही चलता है रेत माफियाओं का राज चलता है,अवैध रेत का उत्खनन परिवहन इतने निरंकुश हो गए है वह सिंध नदी पर बने स्टाफ डेम का गेट खोलकर डेम का पानी निकाल कर अवैध रेत का उत्खनन कर परिवहन कर रहे है इसका इस अवैध उत्खनन और परिवहन का वीडियो भी वायरल हो रहा है,डेम के गेट खोले जाने की सूचना प्रशासन को 48 घंटे पूर्व ही थी उसके बाद भी प्रशासन ने गेट खोलने वाले और डेम का पानी बर्बाद करने वाले लोगों पर कार्यवाही करने की हिम्मत नही कर सके।

कोलारस अनुविभागीय क्षेत्र के लिलवारा गांव के पास सिंध घाट पर रेत माफियाओं द्वारा बेखौफ सिंध नदी का सीना चीर कर रेत का अवैध परिवहन किया जा रहा है। बताया गया है इससे पहले इस घाट पर रात के समय चोरी-छिपे रेत का अवैध रूप परिवहन किया जाता था लेकिन प्रशासन की उदासीनता के चलते अब रेत माफियाओं द्वारा अब दिन रात सिंध के घाट से परिवहन कर सरकार के राजस्व को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इस नदी से रेत का परिवहन करते हुए एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें रेत माफियाओं द्वारा मजदूर लगाकर मौके पर ही रेत को चलाने से छनवा कर ट्रैक्टर-ट्रॉली में भरवाया जा रहा है।

स्टॉप डेम की दी गई थी जानकारी दिया था कार्रवाई का आश्वासन
कोलारस एसडीएम मोतीलाल अहिरवार को 5 दिसंबर को शिवपुरी समाचार ने स्टॉप डेम का गेट खोलते हुए रेत माफियाओं के बारे में बताया गया था। जिस पर एसडीएम ने कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था।

कोलारस क्षेत्र के भड़ौता और टामकी के पास करीब 4 करोड़ रुपए की लागत से 5 साल पहले पहले स्टॉप डेम बनाए गए थे। स्टॉप डेम बनाए जाने के बाद आसपास 10-10 किमी क्षेत्र में भूजल का स्तर बढ़ा है। लेकिन स्टॉप डेम बनने के बाद नदी में 15 से 20 किमी तक पानी भरा रहता है इस डेम के बनने से आसपास क्षेत्र के बोर में पानी बढ़ गया और फसलों की पैदा बार भी अच्छी होने लगे। वही स्टॉप डेम में पानी रुक जाने के कारण माफिया रेत नही निकाल पर रहे थे।

जिसके के चलते माफिया समय-समय पर स्टॉप डेम का पानी निकाल देते हैं और नदी का ऊपरी हिस्सा खाली होने के साथ-साथ रेत का अवैध उत्खनन करने लगते हैं। लुकवासा के सिंध नदी के ग्राम साखनौर के किनारे माफिया द्वारा मिट्टी और मुरम की सड़क डाल दी और पानी उतरने का इंतजार कर रहे हैं। जैसे ही पानी कम होगा तो रेत का अवैध उत्खनन शुरू कर दिया जाएगा।

स्टॉप डेम पर रेत माफियाओं की नजर
बता दें कि कोलारस विधानसभा से होकर गुजरी सिंध नदी पर पूर्व से रेत माफियाओं की नजर थी। इधर सरकार ने किसानों के हित को देखते हुए घुरवार,रिजोदी, रेंझाघाट, भड़ौता, टामकी, सढ़ में स्टॉप डेम बनवा दिए थे। जिससे किसानों की फसलों को पर्याप्त पानी मिल सके साथ ही जल स्तर भी बेहतर रहे। इन स्टॉप डेमों में पानी भरने से रेत नहीं निकल पा रही थी जिससे रेत माफियाओं को लगातार नुकसान हो रहा था।