शिवपुरी। शिवपुरी तहसील क्षेत्र सहित जिले की अन्य तहसील के लोगों पर प्रॉपर्टी खरीदने के समय रजिस्ट्री तो करवाई,लेकिन गाइडलाइन के हिसाब से पूरी स्टांप शुल्क अदा नहीं किया है। यह सब 1995-96 से चल रहा था। ऐसे 375 रजिस्ट्री धारियों को जिला रजिस्ट्रार ने 1.96 करोड़ के नोटिस जारी कर बकाया स्टांप ड्यूटी जमा कराने के निर्देश दिए।
महत्वपूर्ण बात यह है कि इनमें सबसे अधिक 221 रजिस्ट्री धारी शिवपुरी तहसील में हैं, जिन पर 95.90 लाख रुपए की स्टांप ड्यूटी बकाया है,अगर इन पूरे प्रकरणो पर नजर डाले तो रजिस्ट्री कार्यालय का भ्रष्टाचार का जिंदा सबूत है,यह तो तय है कि यहां स्टाम्प की चोरी हुई है,सवाल उठता भी कि कैसे,यह सब संभव हुआ है रजिस्ट्री ऑफिस मे 1 प्रतिशत कमीशन के फेर में,इस मामले की भी जांच होनी चाहिए कि इन 375 प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री करते समय रजिस्ट्री अधिकारी कौन था उस पर भी कार्रवाई होनी चाहिए क्यो की अधिकारी के ही संरक्षण में यह सब काम हुआ है साथ में रजिस्ट्री कराने वाले वकील की सनद भी जब्त होनी चाहिए-जब ही इस पूरे मामले को न्याय मिलेगा।
ऐसे समझें पूरा मामला
जब भी किसी मकान या जमीन की रजिस्ट्री होती है तो उसके रेट के अनुसार स्टांप शुल्क की ड्यूटी तय होती है। प्रॉपर्टी खरीदने वाले को शासन के द्वारा निर्धारित गाइडलाइन के हिसाब से स्टाम्प खरीद कर रजिस्ट्री में लगाने होते है,लेकिन ऐसा नहीं होता वकील ओर रजिस्ट्री करने वाले अधिकारी की मिलीभगत से स्टांप कम लगा दिए जाते है इसके लिए खुले तौर पर रजिस्ट्री खर्चा के अतिरिक्त 1 प्रतिशत की रिश्वत खुली तौर पर लगती है। इसी रिश्वत की दम पर यह भ्रष्टाचार हुआ हैं। स्टांप बिक्री शासन की आय का एक बड़ा मुख्य स्रोत होता है।
बकाया राशि स्टांप शुल्क बकायादारों में 1350 रुपए से लेकर 49 लाख रुपए तक की स्टांप ड्यूटी बकाया है। शिवपुरी तहसील के आनंद पुत्र पूरनचंद शिवहरे निवासी बजरिया लश्कर ग्वालियर पर ग्राम छावनी में की गई जमीन की खरीदी में 49 लाख रुपए से अधिक की स्टाम्प ड्यूटी बकाया है।
तत्समय लगी आपत्ति, जमा नहीं की स्टांप ड्यूटी
रजिस्ट्री के समय जब स्टांप ड्यूटी कम लगाई गई तो तत्समय भी रजिस्ट्रार कार्यालय से आपत्ति दर्ज कराई गई थी। उस समय मामले को विवादित मानते हुए पेंडिंग डाल दिया, लेकिन बकाया स्टाम्प ड्यूटी को वसूलने की दिशा में कोई पहल नहीं की गई। जिसके चलते यह आपत्ति कागजों तक सिमट कर रह गई। नवागत जिला रजिस्ट्रार ने जब इन पुराने मामलों को निकलवाया तो ऐसे बकायादार 375 रजिस्ट्री मालिकों पर बकाया स्टांप ड्यूटी के नोटिस जारी करवा दिए।
इनका कहना हैं
हमने स्टांप ड्यूटी बकायादारों को नोटिस जारी कर दिए हैं। जिसके बाद कुछ लोगों ने तो राशि जमा करना शुरू कर दिया है, लेकिन जो बड़े बकायादार हैं, वो न्यायालय व कमिश्नर कोर्ट से स्टे ले आए हैं। हम उनके भी जवाब पेश करवा रहे हैं। दुष्यंत दीक्षित, जिला रजिस्ट्रार शिवपुरी