शिवपुरी। शिवपुरी जिले में पिछले 8 दिन से धुआंधार ठंड पड रही है,बीते 8 दिन में रविवार को रवि ने राहत प्रदान है लेकिन बीते इन आठ दिनों में सर्दी के सितम के कारण दिल के दर्द वाले कई मरीज इस दुनिया को अलविदा कह गए। शिवपुरी में सर्दी नही बल्कि साल के 365 दिन दिल के दर्द वालो को लिए खतरा बना रहता है।
शिवपुरी जिले में एक भरा पूरा एक अस्पताल है मेडिकल कॉलेज में स्थित मेडिकल कॉलेज का अस्पताल है लेकिन एक दिल के दर्द में राहत देने वाला कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर नही है। शिवपुरी के सरकारी अस्पताल में आईसीयू में सामान्य मरीजों को भर्ती कर उनका उपचार किया जाता है। कई बार शिवपुरी जिले में एक कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर की मांग उठ चुकी है लेकिन यह मांग पूरी नही हुई है।
हार्ट अटैक आने पर तत्काल विशेषज्ञ डॉक्टर की आवश्यकता होती है,लेकिन एमडी और एमडी मेडिसिन ही शिवपुरी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में हार्ट अटैक वाले मरीजों का इलाज करते है,उनकी समझ से बहार केस हुआ तो वह मरीज को ग्वालियर रेफर करते है,इससे मरीज की जान को खतरा रहता है ऐसे कई मरीज है जो शिवपुरी टू ग्वालियर के रैफर करने के कारण रास्ता में उनकी जान चली गई है।
शिवपुरी जिले में रेडियोलॉजिस्ट भी नहीं है, जिसके चलते मशीनें धूल खा रही है। सरकार के नुमाइंदे भले ही लाख बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के दावे करते हों, लेकिन धरातल पर - सच्चाई यही है कि दिल के मरीज ग्वालियर रेफर हो रहे हैं, फिर किस्मत उनकी है कि वो सफर तय कर पाते हैं या फिर बीच रास्ते में ही उनकी जिंदगी की डोर टूट जाती है।
सादा एम्बुलेंस में ले जाते हैं दिल के मरीज
जिला अस्पताल में वेंटीलेटर वाली दो एंबुलेंस हैं, लेकिन जब भी दिल के मरीज को ग्वालियर ले जाने के लिए रेफर किया जाता है तो उन्हें बिना वेंटीलेटर वाली सादा एंबुलेंस से ही भेजा जाता है। वहीं पहले तो हार्ट अटैक होने पर मरीज को जिला अस्पताल से सीधे ही ग्वालियर रेफर कर दिया जाता था, लेकिन अब पहले मेडिकल कॉलेज और फिर वहां से ग्वालियर रेफर किया जाता है। मेडिकल कॉलेज के पास अपनी कोई एंबुलेंस नहीं है।
प्राइवेट अस्पताल को मिल रहा है इसका लाभ
शिवपुरी में कार्डियोलॉजिस्ट है नहीं तथा दिल के मरीजों की संख्या अधिक है। ऐसे में शिवपुरी के एक प्राइवेट अस्पताल में ग्वालियर के एक कार्डियोलॉजिस्ट सप्ताह में एक दिन आते हैं, तो उस दिन मरीजों की बड़ी भीड़ उन्हें दिखाने पहुंचती है। बाकी दिन ये डॉक्टर ऑनलाइन सेवा में रहते हैं, लेकिन हार्ट अटैक वाले मरीज को तो डॉक्टर स्वयं देखकर ही उपचार कर पाता है, जो कि शिवपुरी में नहीं मिल पाता है।
आएंगे तो मेडिकल कॉलेज में
कार्डियोलॉजिस्ट कार्डियोलॉजिस्ट के लिए जिला अस्पताल में सुविधाएं नहीं हैं, जबकि मेडिकल कॉलेज में सभी फेसलेटी हैं, इसलिए कार्डियोलॉजिस्ट मेडिकल कॉलेज में ही आएंगे। फिलहाल तो जिले में कहीं भी रेडियोलॉजिस्ट नहीं हैं। प्रदेश में ही कार्डियोलॉजिस्ट व रेडियोलॉजिस्ट की कमी है, इसलिए तो नहीं मिल रहे।
डॉ.पवन जैन, सीएमएचओ शिवपुरी
एमडी मेडिसन में कोई आ सकता है
शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में कार्डियोलॉजिस्ट तो अभी नहीं मिल सकते, लेकिन एमडी मेडिसन पर वो आ सकते हैं। शिवपुरी छोटी जगह है तथा सैलरी भी कम है, इसलिए यहां आना नहीं चाहते। ग्वालियर में भी चार साल पहले ही कार्डियोलॉजिस्ट विंग बनी है।
डॉ.केबी वर्मा,डीन मेडिकल कॉलेज शिवपुरी